ग्वालियर। शहर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के कुंज विहार कॉलोनी में रहने वाले एक युवक की पिछले दिनों हुई आत्महत्या को लेकर अब पुलिस ने उसकी पत्नी और अन्य ससुरालियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज किया है. अपने ससुरालियों की वजह से आत्महत्या करने वाले राहुल शर्मा को उसकी पत्नी और ससुरालीजन ही प्रताड़ित कर रहे थे. पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है. आरोपियों में उसकी पत्नी, सास, ससुर के अलावा दो अन्य महिलाएं भी शामिल हैं.
जहर खाकर दी थी जान : मृतक राहुल शर्मा ने 3 जुलाई को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. उसने अपने बेटे और पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे को संबोधित करते हुए लिखा था कि वह शिवानी यानी उसकी पत्नी और उसके परिवार के लोगों के वजह से आत्महत्या कर रहा है. उसने अपने होने वाले बच्चे से माफी भी मांगी थी. शिवानी इस समय गर्भवती है और कभी भी उसकी डिलीवरी हो सकती है. राहुल शर्मा बिजली कंपनी में कर्मचारी था.
शादी के बाद से ही अनबन : गौरतलब है कि भिंड रोड स्थत कुंज विहार कालोनी फेस-2 में रहने वाला राहुल की शादी 29 अप्रैल 2018 को अंबाह निवासी शिवानी पुत्री सुधाकर दंडोतिया से हुई थी. पुलिस के मुताबिक शिवानी और राहुल की शादी के बाद से ही अनबन रहती थी. शिवानी पति राहुल पर मकान अपने नाम करने के लिए दबाव बनाती थी. एक बार उसने इसी विवाद के चलते छत से छलांग भी लगा दी थी. इस मामले में राहुल सहित उसके परिवार के लोगों को हत्या के प्रयास के मामले में नामजद भी कराया था.
आधा मकान भी पत्नी ने नाम करा लिया था : परिवार ने परेशान होकर आधा मकान उसके नाम कर दिया था, लेकिन शिवानी की इच्छाएं बढ़ने लगीं. उसने पूरा मकान अपने नाम करने के लिए राहुल पर फिर से दवाब बनाना शुरू कर दिया था. कुंज विहार कालोनी स्थित मकान आधा शिवानी और आधा राहुल के नाम था. जब पूरा मकान नाम करने के लिए शिवानी राहुल को परेशान करने लगी तो उसने 3 जुलाई को जहर खाकर आत्महत्या कर ली.
सुसाइड नोट में किया प्रताड़ना का जिक्र : युवक ने सुसाइड नोट लिखा. जिसमें पत्नी और उसके मायके वालों को जिम्मेदार बताया. राहुल ने सुसाइड नोट में लिखा कि शादी के कुछ समय बाद ही उसकी पत्नी पूरा मकान उसके नाम करने के लिए दबाव बना रही थी. मकान में उसकी मां और भाई भी रहते थे. जब उसने पूरा मकान नाम करने से इनकार कर दिया तो वह छत से कूद गई. उसने पुलिस को बयान दिया कि उसे धक्का दिया गया है. इस मामले में उस पर और उसके भाई पर एफआइआर हुई. एफआइआर होने की वजह से उन्हें जेल जाना पड़ा.
आरोपियों की तलाश शुरू : सुसाइड नोट में लिखा है कि जब वो चार महीने बाद जेल से छूटे तो उसने मकान नाम करने के लिए कहा. इसके बाद राजीनामा किया. जब आधा मकान नाम करा लिया तो फिर पूरा मकान नाम कराने के लिए कहने लगी. सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि वह और उसके मायके वाले फिर से जेल भेजने की धमकी देने लगे थे. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की विवेचना कर 12 ससुरालियों पर मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में एएसपी राजेश दंडौतिया का कहना है कि आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है. (Newly married woman was so harassed) (Husband committed suicide) (Case was registered against 11 inlaws)