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चुनावी भंवर में फंसे नरेंद्र सिंह, ग्वालियर-चंबल में जमाया डेरा - भिंड

ग्वालियर-चंबल में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की परेशानियां इस बार बड़ती दिख रही है. पहले पार्टी ने उन्हें ग्वालियर की बजाये इस बार मुरैना से चुनावी मैदान में उतारा है. लेकिन अब चर्चा है कि सीट बदलकर उन्हें भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ाया जा सकता है.

नरेंद्र सिंह तोमर
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Published : Apr 2, 2019, 12:17 AM IST

ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल की सियासत में हर दिन एक नया चुनावी मोड़ देखने को मिल रहा है. यहां सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं. एक तरफ बीजेपी को अपने ही बागी नेताओं का डर सता रहा है, तो कांग्रेस भी यहां प्रत्याशियों चुनने में पशोपेश की स्थिति में नजर आ रही है. दोनों ही पार्टियों को इस बार भितरघात का डर सता रहा है.

ग्वालियर-चंबल में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस बार सबसे ज्यादा घिरे नजर आ रहे हैं. पहले पार्टी ने उन्हें ग्वालियर की बजाये इस बार मुरैना से चुनावी मैदान में उतारा है. लेकिन अब चर्चा है कि सीट बदलकर उन्हें भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ाया जा सकता है. वहीं मुरैना सीट पर उनकी जगह बीडी शर्मा को टिकट दिया जा सकता है.

बीजेपी कार्यकर्ताओं की मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते नरेंद्र सिंह तोमर

तोमर के लिए भिंड लोकसभा सीट भी परेशानी का सबब है. इस सीट पर बीजेपी ने संध्या राय को टिकट दिया है. जो नरेंद्र सिंह तोमर की सर्मथक मानी जाती है. लेकिन, लेकिन उधर बीजेपी से पांच बार के सांसद और वर्तमान में मुरैना नगर निगम से महापौर अशोक अर्गल को टिकिट न मिलने के कारण पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. चर्चा तो यह भी है कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी संध्या राय के लिए यहां मुश्किलें खड़ी हो सकती है.

तोमर इस बार चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगाते दिख रहे हैं. आलम यह है कि पिछले कई दिनों से ग्वालियर-चंबल अंचल में ही डेरा जमाए हुए हैं. उन्होंने भिंड में पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य के साथ सभी कार्यकर्ताओं की बैठक ली. वहीं अशोक अर्गल पर पूर्व मंत्री लाल सिंह ने कहा कि जिस पार्टी ने उनके पिता और उनको कई बार टिकट दिया है. बीजेपी से उनकी एक पहचान है, ऐसे में अशोक अर्गल पार्टी छोड़कर जा रहे है तो कही न कही वह स्वार्थ देख रहे है.

ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल की सियासत में हर दिन एक नया चुनावी मोड़ देखने को मिल रहा है. यहां सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं. एक तरफ बीजेपी को अपने ही बागी नेताओं का डर सता रहा है, तो कांग्रेस भी यहां प्रत्याशियों चुनने में पशोपेश की स्थिति में नजर आ रही है. दोनों ही पार्टियों को इस बार भितरघात का डर सता रहा है.

ग्वालियर-चंबल में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस बार सबसे ज्यादा घिरे नजर आ रहे हैं. पहले पार्टी ने उन्हें ग्वालियर की बजाये इस बार मुरैना से चुनावी मैदान में उतारा है. लेकिन अब चर्चा है कि सीट बदलकर उन्हें भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ाया जा सकता है. वहीं मुरैना सीट पर उनकी जगह बीडी शर्मा को टिकट दिया जा सकता है.

बीजेपी कार्यकर्ताओं की मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते नरेंद्र सिंह तोमर

तोमर के लिए भिंड लोकसभा सीट भी परेशानी का सबब है. इस सीट पर बीजेपी ने संध्या राय को टिकट दिया है. जो नरेंद्र सिंह तोमर की सर्मथक मानी जाती है. लेकिन, लेकिन उधर बीजेपी से पांच बार के सांसद और वर्तमान में मुरैना नगर निगम से महापौर अशोक अर्गल को टिकिट न मिलने के कारण पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. चर्चा तो यह भी है कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी संध्या राय के लिए यहां मुश्किलें खड़ी हो सकती है.

तोमर इस बार चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगाते दिख रहे हैं. आलम यह है कि पिछले कई दिनों से ग्वालियर-चंबल अंचल में ही डेरा जमाए हुए हैं. उन्होंने भिंड में पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य के साथ सभी कार्यकर्ताओं की बैठक ली. वहीं अशोक अर्गल पर पूर्व मंत्री लाल सिंह ने कहा कि जिस पार्टी ने उनके पिता और उनको कई बार टिकट दिया है. बीजेपी से उनकी एक पहचान है, ऐसे में अशोक अर्गल पार्टी छोड़कर जा रहे है तो कही न कही वह स्वार्थ देख रहे है.

Intro:ग्वालियर - इस समय ग्वालियर चम्बल अंचल की राजनीति में हर दिन एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है जिससे कॉंग्रेस पार्टी टेंसन में तो है ही लेकिन सबसे ज्यादा बीजेपी के नेता चिंताओं में घिरे नजर आ रहा है पहला कारण तो यह है कि विधानसभा में मिली करारी हार से डर और दूसरा कारण है कि बीजेपी के कुछ नेताओ को टिकिट न मिलने के कारण दूसरी पार्टी के संपर्क में बने हुए है जिससे कही न कही भितरघात का डर ..........


Body:ग्वालियर चम्बल अंचल के बीजेपी से सबसे ताकतबर नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह इस समय सबसे ज्यादा चिंता में घिरे में हुए है। एक तो ग्वालियर से अपनी पार्टी के नेताओ के भितरघात के डर से सीट बदलकर मुरैना से लड़ रहे है लेकिन अब सुनने में आ रहा है कि पार्टी उन्हें भीपाल से लड़ाने की कोशिश कर रही है और मुरैना से संघ की पसंद बीडी शर्मा का नाम से सामने आ रहा है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह चिंताओं में घिरे नजर आ रहे है । इसलिए वह दो दिन से ग्वालियर चम्बल अंचल में ही डेरा डाले हुए है । साथ नरेंद्र सिंह तोमर के लिए दूसरा चिंता का कारण यह भी निकलकर सामने आ रहा है कि भिंड दतिया लोकसभा सीट से बीजेपी से संध्या राय को टिकिट दिलाने में नरेंद्र सिंह की अहम भूमिका है लेकिन उधर बीजेपी से पांच बार के सांसद और बर्तमान में मुरैना नगर निगम से महापौर अशोक अर्गल को टिकिट न मिलने के कारण वह पार्टी से नाराज चल रहे है और कॉंग्रेस पार्टी के संपर्क है इसलिए अगर अशोक अर्गल कॉंग्रेस पार्टी जॉइन करते है तो कही न कही भिंड से बीजेपी प्रत्याशी संध्या राय की मिश्किले खडी हो सकती है । इसलिए आज केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने भिंड लोकसभा के विधायक , पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य सहित नेताओ के साथ बैठक ली है वही अशोक अर्गल के सवाल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने दबे शब्दो मे कहा कि उनकी नाराजगी को लेकर बात करने की आवश्यकता नही है पार्टी को जीतेंगे की पूरी उम्मीद है साथ ही पूर्व मंत्री लाल सिंह ने कहा कि जिस पार्टी ने उनके पिता और उनको कही बार टिकिट दिया और उनको एक पहचान दी । अगर अशोक अर्गल पार्टी छोड़कर जा रहे है तो कही न कही वह स्वार्थ देख रहे है


Conclusion:बाईट- नरेंद्र सिंह तोमर , केंद्रीय मंत्री

बाईट - लाल सिंह आर्य
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