दतिया(मनीष सेन) : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MCU) के दतिया कैंपस के छात्र दिनेश कुशवाहा ने एक अनोखा रिकॉर्ड बना दिया है. दिनेश ने भारत के 28 राज्यों के सभी जिलों के नाम केवल 5 मिनट 58 सेकंड में बोलकर सुना दिया. इसके लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया. ऐसा अनोखा कारनामा करने वाले दिनेश देश के पहले व्यक्ति हैं. यह उपलब्धि उन्हें भारतीयों की असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देने वाली संस्था आईबीआर ने दिया.
असाधारण प्रतिभा के दम पर हासिल की उपलब्धि
दतिया निवासी दिनेश कुशवाहा शहर की राजघाट कॉलोनी में स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में मास्टर ऑफ आर्ट्स इन मास कम्युनिकेशन के छात्र हैं. उन्होंने भारत के 28 राज्यों के सभी जिलों के नाम ठीक से कंठस्थ कर लिया है और इसे मुंह जबानी फर्राटेदार बोलते भी हैं. उनकी इस असाधारण प्रतिभा के चलते उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है. दिनेश ने इस उपलब्धि का श्रेय विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. नितिन भगौरिया और अपनी मेहनत को दिया है.
क्लास टीचर ने अनोखी कला का किया पहचान
ईटीवी भारत से बात करते हुए दिनेश कुशवाहा ने कहा "हमारे शिक्षक डॉ. नितिन भगौरिया ने ही उनकी इस अनोखी कला को पहचाना और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया." नितिन भगौरिया ने कहा "शिक्षक चाहते हैं कि उनका विद्यार्थी उनसे आगे निकले और उनसे ज्यादा तरक्की करे. दिनेश अब लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने के लिए और कड़ी मेहनत करेंगे."
एमसीयू के निदेशक डॉ. कपिल राज चन्दौरिया ने दिनेश की इस असाधारण उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि "दिनेश ने दतिया के साथ माखनलाल विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है." विश्वविद्यालय के स्टाफ शिवदत्त शर्मा, सुनील कश्यप, दिपांशु साहू, सुश्री एस.राठौर, दिनेश कुशवाहा, राहुल शर्मा, अंकित मुवेल और वी. रवि ने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.
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गिनीज बुक की तैयारी में जुटे दिनेश
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के बाद दिनेश अपने नए सफर की तैयारी में लग गए हैं. उन्होंने बताया कि "उनका अगला लक्ष्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराना है. इसके लिए दुनिया के लगभग सभी देशों के नाम याद कर लिया हैं. जल्द ही टाइमिंग में भी सुधार हो जाएगा, इसके लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे हैं." उन्होंने कैमरे के सामने 100 से अधिक देशों के नाम गिनाए भी.