ग्वालियर। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे ही ग्वालियर चंबल-अंचल में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है. इसी को लेकर ईटीवी भारत एमपी की हर विधानसभा सीट के बारे में विश्लेषण लेकर आ रहा है. जिसमें हम हर विधानसभा सीट के बारे में सियासी गणित बता रहे हैं. इसी को लेकर आज हम आपको ग्वालियर जिले की ग्वालियर विधानसभा सीट के बारे में बताएंगे, जिसमें जातिगत वोट उम्मीदवार का चयन करते हैं. वर्तमान में इस विधानसभा क्षेत्र से शिवराज सरकार के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह विधायक हैं.
त्रिकोणीय होता है मुकाबला: ग्वालियर जिले की सबसे अहम सीट मानी जाने वाली ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में हमेशा से त्रिकोणीय मुकाबला होता आया है. यह सीट पहले ग्वालियर मुरार के नाम से जानी जाती थी, लेकिन 2008 में परिसीमन के बाद इस विधानसभा का नाम ग्वालियर ग्रामीण हो गया. ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट में बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी टक्कर देती है. ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट में कुल मतदाता दो लाख 25 हजार 422 हैं. जिसमें पुरुष मतदाता एक लाख 26 हजार 972 हैं तो वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 98 हजार 450 है. इस विधानसभा में दो बार से बीजेपी के भारत सिंह कुशवाह जीतते आ रहे हैं. जो अभी शिवराज सरकार में उद्यानिकी मंत्री हैं और अबकी बार फिर से बीजेपी की तरफ से मंत्री भारत सिंह कुशवाह मैदान में हैं. वहीं कांग्रेस अपना मजबूत उम्मीदवार तलाशने में जुटी है.
इस विधानसभा क्षेत्र में साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने में आया था. इस चुनाव में बीजेपी से भारत सिंह कुशवाह को 51033 कुल वोट मिले थे तो कांग्रेस से मदन सिंह कुशवाहा को 38199 वोट मिले. इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी से साहब सिंह गुर्जर को 49516 वोट लेकर दूसरे नंबर पर आए थे. इस चुनाव में बसपा से महज 1517 वोटों से बीजेपी ने जीत हासिल की थी.
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के चुनावी नतीजे
2018 विधानसभा के चुनाव परिणाम: साल 2018 में बीजेपी ने भारत सिंह कुशवाह को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था. जहां बीजेपी के भारत कुशवाह को 51,033 वोट मिले थे, तो वहीं बसपा के साहब सिंह गुर्जर को 49,516 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के मदन कुशवाहा को 38,199 वोट मिले थे.
2013 का विधानसभा चुनाव : इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी से भारत सिंह कुशवाह 11938 वोटों से जीत हासिल की थी. भारत सिंह कुशवाहा को कुल 45944 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस से रामसेवक सिंह को 36006 वोट मिले थे. इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी से मदन कुशवाहा को 29608 वोट मिले थे.
2008 का विधानसभा चुनाव: इस विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने अपना विधायक बनाया था. बहुजन समाज पार्टी से मदन सिंह कुशवाहा 9777 वोटों से जीते और इन्हें कुल 29608 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी से महेंद्र सिंह यादव को 19831 वोट मिले थे. कांग्रेस से मथुरा प्रसाद महंत को 26278 वोट मिले.
इस विधानसभा में जातिगत समीकरण
- कुशवाहा समाज - 45 हजार (बीजेपी का परंपरागत वोटर है, दरअसल बीजेपी इसी समाज का उम्मीद्वार उतारती है)
- जाटव समाज - 22 हजार ( कांग्रेस का परंपरागत वोटर है, कुछ फीसदी बीजेपी को जाता है)
- बघेल समाज - 18 हजार ( बीजेपी और कांग्रेस दोनों को मिलता है उम्मीद्वार के हिसाब से तय होता है)
- गुर्जर समाज - 17 हजार ( इस इलाके में गुर्जर को कांग्रेस का परंपरागत वोटर माना जाता है)
- यादव समाज - 11 हजार ( बीजेपी 60 फीसदी और कांग्रेस को चलीस फीसदी तक बंट जाता है)
- ब्राहमण - 10 हजार ( बीजेपी कांग्रेस दोनों में बंटता है, उम्मीद्वार के हिसाब से वोटिंग करता है )
- जाट समाज - 9 हजार (बीजेपी का परंपरागत वोटर रहा है लेकिन कांग्रेस में भी वोट शेयर होता है)
- मुस्लिम समाज - 9 हजार ( कांग्रेस का परंपरागत वोटर है)
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से संभावित उम्मीदवार
बीजेपी से संभावित उम्मीदवार:
भारत सिंह कुशवाह (वर्तमान में विधायक और मंत्री)
मदन सिंह कुशवाहा
रामबरन सिंह गुर्जर (सिंधिया समर्थक)
कांग्रेसी से संभावित उम्मीदवार
- अशोक सिंह यादव (प्रदेश कोषाध्यक्ष, कांग्रेस पार्टी )
- साहब सिंह गुर्जर ( पूर्व विधायक)
भारत सिंह कुशवाह का जातिगत विरोध: अब इस विधानसभा की राजनीतिक समीकरण की बात करें तो बीजेपी के वर्तमान विधायक और शिवराज सरकार में उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं, लेकिन इस बार मंत्री भारत सिंह कुशवाहा का जातिगत विरोध होने के कारण मुसीबत बनी हुई है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इस समय सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी है, इसका असर मंत्री भारत सिंह कुशवाह को झेलना पड़ेगा. वहीं ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा में मंत्री भारत सिंह कुशवाह का जातिगत विरोध भी नजर आ रहा है. यही कारण है कि अभी हाल में ही सोशल मीडिया पर ऐसी कई वीडियों सामने आए हैं, जिसमें मंत्री भारत सिंह के खिलाफ लोग आवाज उठाते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा मंत्री भारत सिंह कुशवाह सिंधिया समर्थक नेताओं के द्वारा भितरघात का भी सामना करना पड़ेगा.
कांग्रेस के प्रबल दावेदार: वहीं कांग्रेस की तरफ से अगर बात की जाए तो सबसे प्रबल दावेदार कांग्रेस में प्रदेश कांग्रेस कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष और कद्दावर नेता अशोक सिंह के मैदान में आने की संभावना है. ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में उनके परिवार की अच्छी पकड़ मानी जाती है. उनके पिता स्वर्गीय राजेंद्र सिंह 1972 से 77 तक इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं और विगत 4 लोकसभा चुनावों में अशोक सिंह जीत भले ही ना सके हो, लेकिन ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से तीन बार वह बीजेपी को हराने में कामयाब रहे हैं. उन्हें दलित, गुर्जर, यादव, मुसलमान और बघेल भरोसा है.
ग्रामीण विधानसभा के मुद्दे
- इस विधानसभा में सबसे अधिक पीने के पानी की समस्या है और आज भी लोग जूझ रहे हैं.
- इस विधानसभा क्षेत्र में अनेक गांव ऐसे हैं जो ग्वालियर नगर निगम में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इनका विकास अब अधर में लटका हुआ है.
- मंत्री भारत सिंह कुशवाह के संरक्षण में भू-माफिया के सक्रिय होने की खबरें यहां आम है इसको लेकर कई बार उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हो चुके हैं.
- पिछले 10 वर्षों से मंत्री भारत सिंह कुशवाहा छावनी क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को भरोसा दिलाते रहे हैं कि उनके गांव सिविल एरिया में शामिल किए जाएंगे, लेकिन अभी तक ऐसा आदेश जारी नहीं हो पाया. अब एक बार फिर भी ऐसा ही आश्वासन देते नजर आ रहे हैं.
- इस ग्रामीण विधानसभा में के दूरस्थ गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है.
- साथ ही इस विधानसभा में कई दर्जन और ऐसी गांव है जहां पर बरसों से सड़कें नहीं बनी है और लोग बारिश के समय काफी परेशान होते हैं.