ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को ग्वालियर पहुंचे. जहां एयरपोर्ट पर सीएम शिवराज से नर्सिंग छात्रों ने मुलाकात की. इस दौरान नर्सिंग छात्रों ने कहा कि "मामा सरकार ने अब उनकी मदद नहीं की तो आत्महत्या करने मजबूर होना पड़ेगा. जिसे सुन मुख्यमंत्री ने नर्सिंग छात्रों को हर सम्भव मदद करने का आश्वाशन दिया है. ग्वालियर में लाड़ली बहना सम्मेलन कार्यक्रम के बाद एयरपोर्ट पर भोपाल रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अलग-अलग वर्गों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा को जाना और यथासंभव समस्याओं के निराकरण का आश्वाशन दिया. इसी दौरान नर्सिंग छात्रों ने भी अपना ज्ञापन दिया.
नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले कोर्ट में विचाराधीन: दरअसल प्रदेश में नर्सिंग परीक्षाओं पर रोक लगी हुई है. नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़े का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है. जिसके चलते हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है. इस जांच के चलते ही बीएससी नर्सिंग के साथ जीएनएम व एएनएम के एग्जाम के साथ ही कई सत्रों के परीक्षा परिणामों पर भी रोक भी लगाई हुई है. नर्सिंग कॉलेजों की संबद्धता को लेकर मचे बवाल के बाद नर्सिंग कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं का धैर्य भी अब जवाब देने लगा है.
नर्सिंग छात्रों में आक्रोश: नर्सिंग परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए जाने और पिछले चार सालों से अटकी पड़ी डिग्री को लेकर नर्सिंग कॉलेजों के छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश है. इनका कहना है कि 4 साल की डिग्री 8 साल में भी पूरी नहीं हो पा रही है. भोपाल से लेकर जबलपुर तक कई आंदोलन और धरना प्रदर्शन के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. ऐसे में नर्सिंग छात्र संगठन द्वारा सीएम शिवराज को ज्ञापन सौंप अपनी पीड़ा बताई है.नर्सिंग छात्र संगठन ने ऐलान भी किया है कि अब यदि सरकार उनकी नहीं सुनती है तो आने वाले दिनों में 18 सितंबर को जबलपुर स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ हाई कोर्ट के बाहर धरना प्रदर्शन दिया जाएगा.