ETV Bharat / state

अमेरिका का कैटलीना चैनल पार करेगा एमपी का ये बेटा, कड़क ठंड के बीच होगा मुकाबला

ग्वालियर के दिव्यांग तैराक को अमेरिका के कैटेलीना चैनल को पार करने के लिए चुना गया है. सितंबर में होने वाले इस मुकाबले के लिए देशभर से चार दिव्यांग तैराकों का चयन हुआ है.

अमेरिका का कैटलीना चैनल पार करेगा एमपी का बेटा
author img

By

Published : Jun 3, 2019, 10:54 PM IST

ग्वालियर। कहते हैं जब हौसलों में उड़ान होती है तो सभी राहे आसान हो जाती हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दिव्यांग तैराक विनोद जाटव ने, जिनका सिलेक्शन अमेरिका के कैलिफोर्निया में कैटलीना चैनल को पार करने वाली टीम में हुआ है.

अमेरिका का कैटलीना चैनल पार करेगा एमपी का बेटा

देशभर में से चार पैरा स्वीमर्स का चयन इस प्रतियोगिता के लिए हुआ है, जिसमें एमपी से ग्वालियर के विनोद जाटव को चुना है. यह कॉम्पिटिशन सितंबर 2019 में होगा, जहां प्रतिभागियों को 36 किलोमीटर लंबे कैटलीना चैनल को पार करना होगा. क्योंकि वहां का टेम्परेचर हमेशा कम होता है इसलिए मुकाबले की कोई डेट तय नहीं है, जिस दिन मौसम ठीक होगा उसी दिन प्रतियोगिता रख दी जाएगी.

क्या है कैटलीना चैनल

कैटलीना चैनल दुनिया के 7 सबसे बड़े चैनलों में शामिल है, जिसे पार करने के लिए प्रतिभागियों को 12-14 घंटे दिए जाते हैं.

पोलियो के शिकार हैं विनोद

विनोद जाटव बचपन से ही पोलियो के शिकार हैं. पोलियो की वजह से उनका एक पैर खराब है. बचपन से ही विनोद को स्विमिंग का शौक था और यह शौक धीरे-धीरे उनके सपनों में बदल गया और वो एक उम्दा पैरा-स्वीमर बन गए. अगर सरकार उनकी मदद करें तो वो विश्व के सबसे बड़े 7 चैनलों को पार कर सकता है. सरकार की मदद से ऐसे कई पैरा स्वीमर्स को आगे बढ़ने की मदद मिलेगी.

ग्वालियर। कहते हैं जब हौसलों में उड़ान होती है तो सभी राहे आसान हो जाती हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दिव्यांग तैराक विनोद जाटव ने, जिनका सिलेक्शन अमेरिका के कैलिफोर्निया में कैटलीना चैनल को पार करने वाली टीम में हुआ है.

अमेरिका का कैटलीना चैनल पार करेगा एमपी का बेटा

देशभर में से चार पैरा स्वीमर्स का चयन इस प्रतियोगिता के लिए हुआ है, जिसमें एमपी से ग्वालियर के विनोद जाटव को चुना है. यह कॉम्पिटिशन सितंबर 2019 में होगा, जहां प्रतिभागियों को 36 किलोमीटर लंबे कैटलीना चैनल को पार करना होगा. क्योंकि वहां का टेम्परेचर हमेशा कम होता है इसलिए मुकाबले की कोई डेट तय नहीं है, जिस दिन मौसम ठीक होगा उसी दिन प्रतियोगिता रख दी जाएगी.

क्या है कैटलीना चैनल

कैटलीना चैनल दुनिया के 7 सबसे बड़े चैनलों में शामिल है, जिसे पार करने के लिए प्रतिभागियों को 12-14 घंटे दिए जाते हैं.

पोलियो के शिकार हैं विनोद

विनोद जाटव बचपन से ही पोलियो के शिकार हैं. पोलियो की वजह से उनका एक पैर खराब है. बचपन से ही विनोद को स्विमिंग का शौक था और यह शौक धीरे-धीरे उनके सपनों में बदल गया और वो एक उम्दा पैरा-स्वीमर बन गए. अगर सरकार उनकी मदद करें तो वो विश्व के सबसे बड़े 7 चैनलों को पार कर सकता है. सरकार की मदद से ऐसे कई पैरा स्वीमर्स को आगे बढ़ने की मदद मिलेगी.

Intro:ग्वालियर- कहते हैं जब हौसलों में उड़ान होती है तो कठिन से कठिन काम आसानी से होने लगते हैं यही कुछ कर दिखाया है शहर में रहने वाले दिव्यांग पैरा स्वीमर्स विनोद जाटव ने....... शहर में रहने बाले दिव्यांग तैराक विनोद जाटव का चयन अमेरिका के कैलिफोर्निया में कैटलीना चैनल को पार करने वाली टीम में चयन हुआ है। बता दे पूरे भारत से चार पैरा स्वीमर्स का चयन हुआ है जिसमे शहर में रहने बाले दिव्यांग पैरा स्वीमर्स विनोद जाटव का नाम भी शामिल है । यह प्रतियोगिता सितंबर 2019 में अमेरिका के केलिफोर्निया में होने बाली है जिसमे 36 किलोमीटर लंबे इस चैनल को 12 से 14 घंटे में लक्ष्य को पूरा करना होता है। और यह कैटलीना चैनल दुनिया के 7 सबसे बड़े चैनलो में शामिल है।


Body:शहर में रहने बाले दिव्यांग पैरा स्वीमर्स विनोद जाटव बचपन से ही पोलियो का शिकार है। पोलियो की वजह से उसका एक पैर खराब है बचपन से ही विनोद को स्विमिंग का शौक था और यह शौक धीरे-धीरे उसके सपनों में बदल गया।विनोद ने स्वीमर्स के गुरु सीखे और नेशनल पैरा स्वीमिंग में मैडल जीते । लेकिन सरकारी मदद न मिलने के कारण विनोद को अपना सपना पूरा करने में गरीबी आड़े हाथ आ रही थी।उसके बाद विनोद ने स्विमिंग छोड़कर वह मालनपुर एक प्राईवेट फैक्टरी में नोकरी करने लगा। जब कंपनी प्रबंधन को विनोद की स्विमिंग की जानकारी मिली तो उसने विनोद की नौकरी के साथ-साथ स्विमिंग की प्रैक्टिस शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया इसके बाद विनोद ने गुजरात के गोधरा में फाइव डे नॉन स्टॉप मैराथन स्विमिंग में बेहतर प्रदर्शन किया। उसके बाद विनोद का चयन 21 सितंबर 2019 को अमेरिका में होने वाली कैटरीना चैनल पार करने वाली टीम हुआ । विनोद का कहना है कि अगर सरकार उसकी मदद करें तो वह विश्व के सबसे बड़े 7 चैनलो को पार कर सकता है ।लेकिन सरकार की मदद न मिलने के कारण मेरे साथ साथ कई स्वीमर्स है जो आगे नही बढ़ पा रहे है । गौरतलब है कि पिछले साल ग्वालियर शहर का रहने बाल दिव्यांग पैरा स्वीमर सतेंद्र ने इंग्लिश चैनल पार करके पूरे देश मे शहर का नाम रोशन किया है ।


Conclusion:बाईट - विनोद जाटव , पैरा स्वीमर्स
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.