ग्वालियर/श्योपुर। कूनो पालपुर सेंचुरी में नामीबिया से कुल 8 चीते, जिसमें 5 मादा और 3 नर आए हैं. चीतों को लेकर नामीबिया से स्पेशल कार्गो प्लेन शनिवार सुबह ग्वालियर पहुंचा. यहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने नए मेहमानों का स्वागत किया. इसके बाद ग्वालियर से चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए चीतों को कूनो भेजा गया. इस ऐतिहासिक घड़ी का गवाह पूरा देश बन रहा है. विशेषकर श्योपुर जिले की जनता की खुशी का ठिकाना नहीं है. पीएम मोदी देश में चीतों के रिइंट्रोडक्शन प्रोग्राम के तहत चीतों को उनके एनक्लोजर में छोड़ने वाले हैं. देश में 70 सालों के लंबे इंतजार के बाद इस सबस फुर्तीले जानवर की वापसी हो गई है. केंद्रीय ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कूनो पहुंच चुके हैं. चीतों को उनके सामने ही चिनूक हेलीकॉप्टर्स में लोड किया गया. वो इसे लेकर कूनो पहुंचे.
Welcome Cheetah: 70 साल बाद MP की धरती पर लैंड हुए नामीबियाई चीते, देखें EXCLUSIVE वीडियो
सिंधिया बोले- विश्व के लिए बहुत बड़ी सौगात : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मौके पर कहा कि यह देश के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए बहुत बड़ी सौगात दी जा रही है. विश्व में पहली बार चीतों का विस्थापन हो रहा है. इस प्रजोक्ट से इस ग्वालियर चंबल अंचल में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि 16 सितंबर को अफ्रीका के नामीबिया से 8 चीते ग्वालियर के लिए रवाना किए गए थे, जो आज 17 सितंबर को सुबह लगभग 8 बजे तक ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचे. यहां से इन्हें मध्य प्रदेश के कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान लाया गया, इनमें 5 मादा और 3 नर चीते शामिल हैं. अफ्रीका से लाए गए चीतों की उम्र करीब 4 से 6 साल तक बताई जा रही है. (MP Cheetah Project) (kuno National Park) (pm modi birthday 17 September) (scindia bring cheetahs kuno)
जानें अब तक क्या क्या हुआ: आठ चीतों को लेकर 2 हेलीकॉप्टर शनिवार को मध्य प्रदेश में कुनो नेशनल पार्क के पास पालपुर पहुंचे. देश में विलुप्त घोषित होने के सात दशक बाद भारत में फिर से चीता, विशेष इंट्रोडक्शन प्लान के तहत एक विशेष विमान में नामीबिया से ग्वालियर पहुंचे, इसके बाद इन्हे कूनो नेशनल पार्क लाया गया. नामीबिया से विमान सुबह आठ बजे से कुछ देर पहले ग्वालियर एयरबेस पर उतरा. मॉडिफिकेशन के बाद बने एक विशेष बोइंग विमान, जिसने शुक्रवार रात अफ्रीकी देश से उड़ान भरी थी, लगभग 10 घंटे की यात्रा के बाद चीतों को विशेष लकड़ी के बक्से में लेकर आया.
चीतों की रिलोकेशन: बाद में चीतों को 2 हेलीकॉप्टरों में ग्वालियर से 165 किलोमीटर दूर श्योपुर जिले में Kuno National Park के पास पालपुर ले जाया गया. KNP में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, जो शनिवार को अपना जन्मदिन मना रहे हैं, सुबह 10.45 बजे पार्क के आइसोलेशन बाड़ों में तीन चीतों को छोड़ेंगे. एक अधिकारी ने कहा कि नामीबिया से ग्वालियर तक की यात्रा के दौरान, चीते बिना भोजन के रह गए और बाड़ों में छोड़े जाने के बाद उन्हें खाने के लिए कुछ दिया जाएगा. पार्क में एक मंच स्थापित किया गया है जिसके तहत चीतों को ले जाने वाले विशेष पिंजरे रखे जाएंगे और मोदी उनमें से तीन को लीवर के जरिेए एक बाड़े में छोड़ देंगे. उसके बाद, अन्य गणमान्य व्यक्ति शेष चीतों को अन्य बाड़ों में छोड़ देंगे.
चीतों को टेरा एविया की एक विशेष उड़ान में लाया गया, जो यूरोप में चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक एयरलाइन है जो चार्टर्ड यात्री और कार्गो उड़ानें संचालित करती है. यह पार्क विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 344 वर्ग किमी में फैला हुआ है. अधिकारियों ने कुनो में अपने नए घर में बड़ी बिल्लियों को रिहा करने के मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा करने के लिए भारी बारिश, खराब मौसम और कुछ अवरुद्ध सड़कों का सामना किया. मोदी के आगमन से दो दिन पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भारी बारिश हुई. (modi scindia reached kuno with Cheetah) (cheetah reintroduction India Scindia) (PM Modi also reached kuno)