ग्वालियर। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि दिव्यांग लोगों को खेलों में अविश्वसनीय छिपी प्रतिभा का उपहार दिया जाता है और केंद्र सरकार उनके कौशल को और निखारना चाहती है. हम ग्वालियर में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अपनी तरह के एक राष्ट्रीय खेल प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कर रहे हैं.
दिव्यांगों के लिए सेमीनार : नशे की लत ऑनलाइन गेम के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय समय-समय पर राज्य सरकारों के साथ समाधान खोजने और साझा करने के लिए ऐसे मुद्दों पर चर्चा करता है. इससे पहले वीरेंद्र कुमार ने सरकार के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया. दो मंत्रियों रामदास अठावले और प्रतिमा भौमिक ने भी इसमें भाग लिया.
ग्वालियर के मलगढ़ में हो रहा तैयार : बता दें कि करीब दो साल पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्वालियर में 171 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले दिव्यांग खेल सेंटर का भूमिपूजन किया था. जिसमें 18 खेल केंद्र स्थापित होगे. इसके साथ ही 200 खिलाड़ियों का आभास होगा. ग्वालियर में देश का पहला दिव्यांग खेल सेंटर बनेगा. यह केंद्र ग्वालियर के मलगढ़ में बनाया जा रहा है. इस खेल दिव्यांग सेंटर की खासियत यह है कि इसमें एक आउटडोर एथलेटिक्स स्टेडियम, इनडोर स्पोर्ट्स कंपलेक्स, बर्समेंट पार्किंग सुविधा होगी.
देश के पहले दिव्यांग खेल सेंटर की रखी गई आधारशिला, केंद्रीय मंत्री तोमर ने किया भूमिपूजन
ये सुविधाएं भी हैं : इसके अलावा जलीय केंद्र में दो स्विमिंग पूल, कक्षाओं के साथ चिकित्सा सुविधा, खेल विज्ञान केंद्र एथलीटों के लिए छात्रावास की सुविधा, प्रशासनिक ब्लॉक सहित सहायता सुविधा प्रशिक्षण के लिए चयनित खेल बैडमिंटन, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, जोड़ो ताइकांडो, तलवारबाजी और रग्बी जैसी एकीकृत खेल ( इंडोर ) एकीकृत खेल (आउटडोर ) जैसी एथलेटिक्स, तीरंदाजी फुटबॉल 7 ए साइज और टेनिस तथा एकीकृत खेल (इनडोर और आउटडोर ) तैराकी हो सकेगी.