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सरकारी नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी, रेलवे क्लर्क और RPF में SI बनवाने का दिया था लालच - एमपी न्यूज

ग्वालियर शहर में ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.हाल ही में उजागर हुए एक ऐसे ही मामले में कुछ बेरोजगार युवकों से सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी की गई. पुलिस ने सिविल अस्पताल की महिला नर्स और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 23, 2023, 4:36 PM IST

ग्वालियर। शहर में आए दिन लोगों को ठगने और दुष्कर्म की वारदातें बढ़ती जा रही हैं. हाल ही में आए एक मामले में बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी का लालच देकर लाखों रुपये ठगने का मामला सामने आया है.इन युवकों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म का भी मामला सामने आया है.

कितने की ठगी की: रेलवे में पहले क्लर्क और फिर आरपीएफ में सब इंस्पेक्टर बनवाने के नाम पर चार युवकों से लगभग 28 लाख रुपए लिए गए.यह सिलसिला पिछले दो महीने से जारी था.

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सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी

कैसे रचा षड़यंत्र: दरअसल यह मामला थाटीपुर सिविल डिस्पेंसरी के पास का है. यहां मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत को चंद्रलेखा जैन और उसके दो सहयोगियों ने झांसे में लिया. इसके बाद शिवम रावत के रिश्तेदारों सोम रावत, पपेंद्र रावत और आलोक सिंह को रेलवे में क्लर्क बनवाने और बाद में उन्हें अच्छी कद-काठी का हवाला देकर आरपीएफ में भर्ती करने का झांसा दिया था और उनसे दो महीने में 28 लाख रुपए हड़प लिए. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने चारों युवकों को फर्जी कॉल लेटर भी भेजे थे. लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद जब चारों युवकों ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया.

ये भी पढ़ें:

कौन है मुख्य आरोपी: इसमें एक आरोपी चंद्रलेखा जैन सिविल अस्पताल में नर्स है और थाटीपुर के ही शासकीय क्वार्टर में रहती है उसी ने पूरा षड़यंत्र रचा. इस काम में उसके दो और साथी भानु प्रताप सिंह बैस और विक्रम सिंह राणा भी शामिल हैं. नर्स चंद्रलेखा जैन की मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत से अच्छी जान पहचान थी इसी का फायदा उठाकर उसने शिवम रावत के रिश्तेदारों को नौकरी का झांसा देकर फायदा उठाया.

पुलिस ने दर्ज किया मामला: जब पैसे लौटाने की मांग की और रकम वापस नहीं हुई तब परेशान होकर शिवम रावत और उसके रिश्तेदारों ने पुलिस में शिकायत की. पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर थाटीपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

नाबालिग के साथ दुष्कर्म: शहर की विश्वविद्यालय पुलिस ने एक नाबालिग लड़की के साथ अधेड़ द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. आरोपी अशोक बाजपेई जयारोग्य अस्पताल का रिटायर कर्मचारी है और उसने लड़की की महिला रिश्तेदार की मदद से एक महीने तक नाबालिग के साथ यौन शोषण किया.आरोपी के धमकाने पर नाबालिग लड़की कुछ दिन शांत रही फिर उसने तीन महीने बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया.

मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार: लड़की नाबालिग है और अनुसूचित जाति वर्ग से आती है इसलिए पुलिस ने दलित उत्पीड़न और पास्को एक्ट की धाराएं भी बलात्कार के साथ लगाई हैं .फिलहाल आरोपी अशोक वाजपेई और उसकी सहयोगी महिला मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार हो गए हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

ग्वालियर। शहर में आए दिन लोगों को ठगने और दुष्कर्म की वारदातें बढ़ती जा रही हैं. हाल ही में आए एक मामले में बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी का लालच देकर लाखों रुपये ठगने का मामला सामने आया है.इन युवकों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म का भी मामला सामने आया है.

कितने की ठगी की: रेलवे में पहले क्लर्क और फिर आरपीएफ में सब इंस्पेक्टर बनवाने के नाम पर चार युवकों से लगभग 28 लाख रुपए लिए गए.यह सिलसिला पिछले दो महीने से जारी था.

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सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी

कैसे रचा षड़यंत्र: दरअसल यह मामला थाटीपुर सिविल डिस्पेंसरी के पास का है. यहां मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत को चंद्रलेखा जैन और उसके दो सहयोगियों ने झांसे में लिया. इसके बाद शिवम रावत के रिश्तेदारों सोम रावत, पपेंद्र रावत और आलोक सिंह को रेलवे में क्लर्क बनवाने और बाद में उन्हें अच्छी कद-काठी का हवाला देकर आरपीएफ में भर्ती करने का झांसा दिया था और उनसे दो महीने में 28 लाख रुपए हड़प लिए. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने चारों युवकों को फर्जी कॉल लेटर भी भेजे थे. लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद जब चारों युवकों ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया.

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कौन है मुख्य आरोपी: इसमें एक आरोपी चंद्रलेखा जैन सिविल अस्पताल में नर्स है और थाटीपुर के ही शासकीय क्वार्टर में रहती है उसी ने पूरा षड़यंत्र रचा. इस काम में उसके दो और साथी भानु प्रताप सिंह बैस और विक्रम सिंह राणा भी शामिल हैं. नर्स चंद्रलेखा जैन की मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले शिवम रावत से अच्छी जान पहचान थी इसी का फायदा उठाकर उसने शिवम रावत के रिश्तेदारों को नौकरी का झांसा देकर फायदा उठाया.

पुलिस ने दर्ज किया मामला: जब पैसे लौटाने की मांग की और रकम वापस नहीं हुई तब परेशान होकर शिवम रावत और उसके रिश्तेदारों ने पुलिस में शिकायत की. पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर थाटीपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

नाबालिग के साथ दुष्कर्म: शहर की विश्वविद्यालय पुलिस ने एक नाबालिग लड़की के साथ अधेड़ द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. आरोपी अशोक बाजपेई जयारोग्य अस्पताल का रिटायर कर्मचारी है और उसने लड़की की महिला रिश्तेदार की मदद से एक महीने तक नाबालिग के साथ यौन शोषण किया.आरोपी के धमकाने पर नाबालिग लड़की कुछ दिन शांत रही फिर उसने तीन महीने बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया.

मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार: लड़की नाबालिग है और अनुसूचित जाति वर्ग से आती है इसलिए पुलिस ने दलित उत्पीड़न और पास्को एक्ट की धाराएं भी बलात्कार के साथ लगाई हैं .फिलहाल आरोपी अशोक वाजपेई और उसकी सहयोगी महिला मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार हो गए हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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