ग्वालियर। शहर के बेतरतीब यातायात को नई दिशा देने के लिए स्वर्णरेखा नदी के किनारे बनने वाले एलिवेटेड रोड ग्वालियर के समग्र विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी. रविवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एलिवेटेड रोड के निर्माणाधीन काम का निरीक्षण करने के दौरान ये बातें कहीं (Scindia on elevated road).
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16 किमी से ज्यादा लंबा एलिवेटेड रोड
इस परियोजना का पहला चरण अटल बिहारी वाजपेयी ट्रिपल आईटीएम संस्थान से शुरू होकर वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल तक होगा. जबकि दूसरे चरण में लक्ष्मी बाई समाधि स्थल से वीरपुर बांध तक यह एलिवेटेड रोड स्वर्णरेखा नदी के किनारे-किनारे बनाया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट में करीब 950 करोड़ की लागत आएगी, और तकरीबन 16 किलोमीटर से ज्यादा लंबा ये एलिवेटेड रोड होगा (elevated road in Gwalior).
ग्वालियर के विकास में सहायक होगा एलिवेटेड रोड- सिंधिया
पहले चरण की लागत 406 करोड़ आंकी गई है जबकि दूसरे चरण की डीपीआर बनाई जा रही है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को ट्रिपल आईटीएम के नजदीक एलिवेटेड रोड के निर्माणाधीन काम को देखा. इसके बाद वे सखी विहार, राधा विहार, लधेड़ी और हजीरा पुल तक आए. बाद में उन्होंने वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के नजदीक अधिकारियों की मौजूदगी में निर्माणकर्ता एजेंसी द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन को भी देखा. उन्होंने कहा कि शहर के विकास में यह एलिवेटेड रोड एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित होगा, क्योंकि यह रोड शहर के यातायात को सुचारू करने में लाभकारी साबित होगा. वही इसके बनने से शहर की खूबसूरती भी बढ़ेगी. जिस तरह से दिल्ली और इंदौर जैसे महानगरों में रिंग रोड की परिकल्पना की गई है, ठीक उसी तरह से एलिवेटेड रोड भी ग्वालियर को एक तरह से रिंग रोड की मौजूदगी का एहसास कराएगी. प्रेजेंटेशन के दौरान ड्रोन कैमरे की मदद से केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड का निरीक्षण भी किया.