ग्वालियर। जर्जर दुकान ढहने के बाद नगर निगम के अफसरों की पोल खुल गई. अब निगम अफ़सर 48 घंटे के नोटिस देकर मार्केट खाली कराने और शहर की जर्जर बिल्डिंग्स का नए सिरे से मुआयना करने की बात जरूर कह रहे हैं. बता दें कि सोमवार देर शाम को मुरार के अल्पना टॉकीज चौराहे पर नगर निगम के भगत सिंह आजाद मार्केट में बनी महादेव इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान की छत गिर गई. छत गिरते ही दुकान संचालक किसी तरह बाहर निकल आया.
हादसा होते ही मौके पर जुटी भीड़ : हादसे के दौरान दुकान में बैठे शंकर विश्वकर्मा और घनश्याम विश्वकर्मा नामक दो मजदूर मलबे में दब गए. दुकान की छत गिरने की खबर लगते ही मुरार थाना पुलिस मौके पर पहुंची. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक अमला और राहत कार्य करने वाले दल के लोगों के अलावा जनप्रतिनिधि भी वहां पहुंच गए. मलबे में दबे शंकर और घनश्याम का रेस्क्यू करने के लिए नगर निगम का अमला और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची.
भाजपा नेता की जर्जर इमारत गिराते समय हुआ हादसा, मलबे में दबकर मजदूर की मौत
50 साल से ज्यादा पुराना है मार्केट : नगर निगम की इस मार्केट की दुकानें जर्जर हैं. लिहाजा दोनों घायलों को मलबे से निकालना बड़ी चुनौती थी. राहत दल ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों घायलों को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया. आसपास के रहवासियों ने बताया कि यह मार्केट 50 साल से ज्यादा पुराना है. लेकिन दुकान जर्जर होने के बावजूद नगर निगम के अधिकारी उसकी सुध नहीं ले रहे हैं.
Gwalior Market shop collapsed, 50 year old shop collapsed, Two people buried, Rescued for three hours