ग्वालियर। होली का त्यौहार नजदीक है. ऐसे में 187 अधिक नवनियुक्त शिक्षक ऐसे हैं जो अपने वेतन के लिए दर-दर भटक रहे हैं. शासकीय स्कूलों में अन्य विद्यालयों से ट्रांसफर करा कर आए ऐसे 150 से अधिक नवनियुक्त शिक्षकों को 4 महीने से वेतन नहीं मिला है. यही कारण है कि उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है. यह सभी नवीन अभियुक्त शिक्षक शिवपुरी जिले और ग्वालियर जिले के मुरार विकासखंड के है जो अभी हाल में ही किसी अन्य विद्यालयों से ट्रांसफर करवा कर किसी दूसरे विद्यालय में पहुंचे हैं. शिक्षकों का कहना है कि पिछले 4 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है. अब होली के त्यौहार को मनाने का संकट भी आ गया रहा है.
सैलरी का संकट: बताया जा रहा है कि शासकीय स्कूलों में लगभग 150 से अधिक ऐसे नवनियुक्त शिक्षक हैं जो किसी अन्य विद्यालयों से ट्रांसफर करा कर आए हुए हैं, लेकिन अब उनके सामने सैलरी की सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है. शासन स्तर से कुछ गड़बड़ी होने के कारण उनकी सैलरी नहीं आ रही हैं. इस कारण वह काफी परेशान हैं. शिक्षकों का कहना है कि दीपावली का त्यौहार है ऐसे में 4 महीने से उन्हें सैलरी नहीं मिली है. इसलिए आर्थिक स्थिति पूरी तरह बिगड़ गई है साथ ही कई शिक्षकों का यह कहना है कि वह कर्ज लेकर घर परिवार को चला रहे हैं.
स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़ी ये खबरें जरूर पढ़ें.. |
गड़बड़ी की वजह से नहीं मिली सैलरी: शिक्षा विभाग के संयुक्त डायरेक्टर पांडे का कहना है कि, ग्वालियर जिले की मुरार विकासखंड और शिवपुरी जिले में 150 से अधिक ऐसे नवनियुक्त शिक्षक हैं जो अन्य विद्यालयों से ट्रांसफर करा कर दूसरे विद्यालयों में आए हैं. गड़बड़ी की वजह से उनकी सैलरी उन्हें नहीं मिल पाई है. इसको लेकर उन्होंने शासन को पत्र लिखा है. उम्मीद है कि जल्द ही उनकी सैलरी का निराकरण हो जाएगा. ग्वालियर में इन शिक्षकों को 4 महीने से वेतन नहीं मिला है तो इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पूरे मध्यप्रदेश में ऐसे कई शिक्षक होंगे जिनकी सैलरी नहीं मिली होगी.