ग्वालियर। मध्यप्रदेश में होने वाली आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अंचल राजनीतिक पार्टियों ने अपना केंद्र बिंदु बना लिया है यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस ने यहां चुनावी तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी है और इस चुनावी तैयारियों में कांग्रेस अबकी बार सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है क्योंकि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अंचल के दौरे पर आ रहे हैं और वह लगातार कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं जिसमें अभी हाल में ही पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित तमाम ऐसे बड़े नेता है जो यहां पर कार्यकर्ताओं के साथ जीत की रणनीति बनाकर वापस लौट चुके हैं तो वहीं बीजेपी की तरफ से यहां पर सिर्फ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा कोई भी नेता नजर नहीं आ रहा है.
ग्वालियर चंबल में कांग्रेस झोक रही ताकत: पिछले एक महीने में कांग्रेस की तरफ से ग्वालियर चंबल अंचल में बड़े नेताओं की सक्रियता काफी बढ़ गई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ग्वालियर चंबल अंचल में पूरी तरह नजर बनाए रखे हैं और वह लगातार दौरे करने में लगे हुए हैं. अभी हाल में ही उन्होंने ग्वालियर शिवपुरी, गुना और अशोक नगर में जाकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक ली. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ अंचल के दौरे पर कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए आए. उन्होंने सबसे पहले ग्वालियर में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक ली और जीतने की रणनीति तैयार की उसके बाद वह सीधे मुरैना पहुंचे जहां पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित किया. इन दोनों बड़ी नेताओं के दौरे के बाद यहां पर ग्वालियर प्रभारी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी तीन दिवसीय दौरे पर ग्वालियर आए और उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ 121 चर्चा की. साथ ही ग्वालियर चंबल अंचल सिंधिया को घेरने के लिए रणनीति तैयार की.
डॉ. गोविंद सिंह लगा रहे एड़ी चोटी का जोर: इसके अलावा ग्वालियर चंबल अंचल में सबसे ज्यादा सक्रिय नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह है जो लगातार अंचल के दिनों में दौरा कर रहे हैं. गोविंद सिंह सप्ताह में दो दिन अंचल के दौरे पर रहते हैं और वह लगातार कार्यकर्ता नेताओं के साथ समन्वय बनाने में में जुटे है. इसके अलावा इन दिनों ग्वालियर चंबल अंचल में सबसे बड़े दलित नेता के रूप में फूल सिंह बरैया भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. यही कारण है कि उन्हें मुरैना, श्योपुर और भिंड का प्रभारी बनाया है और वह लगातार दौरे करने में लगे हैं.
महाआर्यमन सिंधिया की राजनीति में एंट्री की तैयारी ! युवराज की तस्वीरें यही बोल रही हैं...
अपने ही गढ़ में अकेले पड़े सिंधिया: बीजेपी की तरफ से सिंधिया के अलावा अभी तक कोई ऐसा बड़ा नेता नहीं है जो ग्वालियर चंबल अंचल में आया हुआ है केवल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भरोसे ही बीजेपी चुनाव जीतने की तैयारी में लगी है. अंचल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ही इकलौते ऐसे बीजेपी के बड़े नेता है जो लगातार ग्वालियर शिवपुरी गुना और अशोक नगर में दौरा कर रहे हैं. इसके अलावा कोई भी बीजेपी का नेता यहां पर अभी सक्रिय नजर नहीं आ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी के बड़े नेताओं में गुटबाजी के कारण वह यहां पर अभी रुचि नहीं दिखा रहे हैं. साथ ही टिकट को लेकर बीजेपी में अभी काफी खींचतान चल रही है.
खुद समेटने में जुटी कांग्रेस: इसको लेकर अब कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आरपी सिंह का कहना है कि कांग्रेस लगातार ग्वालियर चंबल अंचल में सक्रिय है और हमें उम्मीद है कि अंचल में अबकी बार बीजेपी का सूपड़ा साफ होगा. पहले से ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व और पूर्व सीएम कमलनाथ दिग्विजय सिंह लगातार अंचल में नजर बनाए हुए हैं और हर कार्यकर्ता से मुलाकात और बातचीत करने में जुटे हैं. मामले को लेकर बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवालकर का कहना है कि बीजेपी की तैयारियां 12 महीने तक चलती है और बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड़ में है. कांग्रेस का यहां सब कुछ बिखरा हुआ पड़ा है इसलिए उसे समेटने की कोशिश कर रही है लेकिन उसे कोई फायदा होने वाला नहीं है.