ग्वालियर। एमपी विधानसभा चुनाव के लिए काफी इंतेजार के बाद कांग्रेस ने आखिरकार पहली लिस्ट जारी कर दी है. पहली लिस्ट में कांग्रेस 144 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है. वहीं इस ऐलान के साथ ही पार्टी में बगावत के सुर भी फूटने लगे हैं. वहीं करीब दो दशक से कांग्रेस में रहकर विभिन्न पदों पर काम करने वाले केदार कंसाना ने पार्टी को अलविदा कह दिया है. जबकि इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और पीसीसी डेलिगेट अजय सिंह यादव ने भी इस्तीफा दिया है.
केदार कंसाना बोले जरुर लड़ूंगा चुनाव: केदार कंसाना का कहना है कि "उन्हें पिछले डेढ़ दशक से कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी चुनाव में उतारने का भरोसा देते रहे हैं, लेकिन हर बार उनके साथ धोखा हुआ है. इस बार वे हर हालत में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन फिलहाल कौन सी पार्टी से वो चुनाव लड़ेंगे, इसके बारे में उन्होंने खुलासा नहीं किया है. उनका कहना है कि इस बारे में उनकी कई दलों से बात चल रही है, जिसका जल्द ही वह खुलासा करेंगे.
नाम आते ही प्रत्याशियों ने शुरु किया प्रचार: गौरतलब है कि ग्वालियर ग्रामीण से प्रदेश के ओबीसी वर्ग के बड़े चेहरे भारत सिंह कुशवाह को बीजेपी ने टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस ने रविवार को जारी लिस्ट में यहां से साहब सिंह गुर्जर को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है. पिछले विधानसभा चुनाव में वो मात्र ढाई हजार मतों से चुनाव हार गए थे. पार्टी ने उन पर एक बार फिर से भरोसा जताया है. इधर कांग्रेस के ग्वालियर पूर्व के प्रत्याशी सतीश सिकरवार और ग्वालियर दक्षिण के उम्मीदवार प्रवीण पाठक ने लिस्ट जारी होते ही अपना जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है.
बगावती तेवर में केदार कंसाना: इन नेताओं का कहना है कि पिछले कई सालों से काबिज भाजपा ने प्रदेश को खोखला कर दिया है. प्रदेश में हर और भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी का आलम है. लेकिन सरकार लोगों को भ्रमित कर हर हालत में सत्ता हासिल करना चाहती है. इसलिए अब लोग बदलाव के मूड में है. सरकार को इस बार हटाकर ही दम लेंगे. ऐसा भरोसा ग्वालियर पूर्व और दक्षिण के उम्मीदवारों ने जताया है. वहीं केदार कंसाना का कहना है कि "उन्होंने स्कूल की छात्र राजनीति से शुरू होकर अभी तक पार्टी की कई तरह से सेवा की है, इसलिए वह अब चुनाव में जाकर लोगों से विश्वास हासिल करेंगे.