ग्वालियर। कोरोना संक्रमण काल के दौर में जब मेडिकल उपकरणों और दवाओं की जमकर कालाबाजारी हो रही हैं. ऐसे समय में एक युवक ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिससे न सिर्फ लोगों को जरूरत के समय ऑक्सीजन फ्लोमीटर मिल सकेगा, बल्कि उन्हें बाजार में कई गुना वसूले जा रहे अतिरिक्त चार्ज से भी मुक्ति मिलेगी.
फ्लोमीटर बनाने की ठानी
तानसेन रोड पर अपनी एसी और फ्रिज की दुकान चलाने वाले मोनू कुशवाहा को जब पिछले दिनों अपने किसी परिजन के लिए ऑक्सीजन फ्लोमीटर की जरूरत पड़ी, तो उन्हें बाजार में फ्लोमीटर उपलब्ध नहीं हुआ. तलाशने पर पता चला कि ब्लैक मार्केटिंग में 7000 रुपये में फ्लोमीटर मिल रहा हैं. उसके बाद उन्होंने खुद ही फ्लोमीटर के निर्माण की बात मन में ठान ली.
उन्होंने कुछ ही समय में अपनी जानकारी के लिहाज से यह फ्लोमीटर बना दिया. सबसे अच्छी बात यह है कि इस फ्लोमीटर में कोई भी इस्तेमाल की गई चीज हल्की नहीं ली गई है, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले वस्तुओं का इस्तेमाल इसमें किया गया हैं. वहीं इसकी कीमत महज 700 रुपये हैं. मोनू का कहना है कि इसके निर्माण के पीछे उन्हें कोई लाभ नहीं चाहिए.
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मोनू का मानना है कि ऐसे समय में जब लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं. वे शारीरिक और आर्थिक रूप से भी परेशान हो रहे हैं. ऐसे में अगर लोगों को कुछ राहत मिल सकें, तो उनका मकसद पूरा हो जाएगा.
खास बात यह है कि उन्होंने अपने इस ऑक्सी फ्लोमीटर को फेसबुक पर अपलोड डाला हैं. फेसबुक से उनके पास तमाम लोगों के फोन आ रहे हैं. फिलहाल उन्होंने छह से ज्यादा फ्लोमीटर अस्पतालों और जरूरतमंदों को दिए हैं. किसी भी जगह से उन्हें अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली हैं.