ग्वालियर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को महत्वपूर्ण भूमिका और प्रतिनिधित्व देने की मांग को लेकर प्रमुख साधु-संतों की बैठक हुई. सिद्ध पीठ श्री गंगादास की शाला में हुई इस बैठक में निर्मोही अखाड़े के 15 प्रमुख संत शामिल हुए. इस बैठक में सभी संतों ने निर्णय लिया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रबंधन में निर्मोही अखाड़े को मुख्य भूमिका दी जाए.
बैठक में फैसला हुआ कि राम मंदिर के शिलान्यास से लेकर निर्माण तक निर्मोही अखाड़े के 15 पंचों को जरूरी निर्णय लेने के लिए उसमें शामिल किया जाए. साथ ही राम मंदिर ट्रस्ट में पदाधिकारी तय करने और रामलला की सेवा पूजा का अधिकार निर्मोही अखाड़े के संतों को दिया जाए.
निर्मोही अखाड़ा रामलला के पूजन के अधिकार की मांग करता रहा है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को समुचित प्रतिनिधित्व देने के निर्देश दे चुका है. इस बैठक में निर्मोही अखाड़े के प्रमुख साधु-संत शामिल हुए. बैठक में अयोध्या, चित्रकूट, बिंद्रावन, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के निर्मोही अखाड़े के प्रमुख महंत शामिल हुए.