ग्वालियर। युवाओं को पढ़ाई और नौकरी में सफलता नहीं मिलने पर तनाव का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. कई बार युवा तनाव में आकर आत्महत्या भी कर लेते हैं. इस तरह के युवाओं को आत्महत्या से रोकने के लिए अब आनंदम विभाग एक नई पहल करने जा रहा है. ग्वालियर शहर के तीनों उपनगर ग्वालियर, मुरार और लश्कर में एक-एक हेल्पलाइन सेंटर खोलने जा रहा है. जिसके माध्यम से तनावग्रस्त युवाओं की विषय विशेषज्ञों द्वारा काउंसलिंग की जाएगी, ताकि वो आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर ना हो.
ग्वालियर जिले में युवाओं की मौत का एक बड़ा कारण आत्महत्या के तौर पर निकलकर सामने आ रहा है. अगर बात आंकड़ों की करें तो मार्च-अप्रैल और मई यानी जिस समय परीक्षाओं के नतीजे आते हैं. उस समय जिले में तकरीबन 45 युवा जिंदगी की जंग हार जाते हैं. वहीं अगर बाकी महीने की बात करें तो शायद ही कोई दिन जाता हो, जिस दिन युवा आत्महत्या न करते हों. वर्तमान में आनंद विभाग विभिन्न स्कूल कॉलेजों में जाकर सेमिनार कर रहा है और साथ ही युवा को तनाव से कैसे मुक्त रखा जाए इसके बारे में भी जानकारी दे रहा है. हेल्पलाइन सेंटर के लिए फिलहाल एक नंबर जारी कर दिया गया है, अगर युवा तनाव में हैं और वो किसी समस्या का समाधान चाहता है तो वो या उसके परिजन इस नंबर पर फोन कर सकते हैं.
आनंदम विभाग के विषय विशेषज्ञ सबसे पहले उस युवा की समस्या को जानेंगे, इसके बाद युवाओं की तनाव दूर करने की दिशा में काम करेंगे. विभाग ने विभिन्न विषयों से जुड़े समाजसेवियों को अपनी इस मुहिम में जोड़ा है. कुछ दिनों पहले ही आनंद विभाग की भोपाल में बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें ये बात निकलकर आई थी कि मध्य प्रदेश के अन्य शहरों की अपेक्षा ग्वालियर शहर में युवा बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहे हैं. इसके पीछे का बड़ा कारण बेरोजगारी, अनावश्यक प्रतियोगिताएं, बिना मेहनत अधिक लाभ की अपेक्षा और तनावग्रस्त होना.