ग्वालियर। बेतहाशा बढ़ती महंगाई के विरोध में मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जेल भरो आंदोलन किया. दोपहर को बरसते पानी में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता फूलबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए. जहां से संभागीय आयुक्त कार्यालय मोती महल तक पदयात्रा करते हुए उन्होंने विरोध स्वरूप मार्च निकाला. पिछले एक सप्ताह से माकपा लगातार महंगाई के खिलाफ धरने प्रदर्शन कर रही है. जिसके तहत मंगलवार को जेल भरो आंदोलन किया गया.
महंगाई और कोविड के कारण करोड़ों लोग हुए बेरोजगार
माकपा नेता अखिलेश यादव का कहना है कि एक तरफ मंहगाई बढ़ रही है. दूसरी ओर कोराना काल में करोडों लोगों के रोजगार खत्म हो गए. उनकी मासिक आमदनी आधी रह गई है. सर्वे के अनुसार देश की 57 प्रतिशत लोगों की आमदनी में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है. वहीं देश की चंद कॉरपोरेट घरानों की आमदनी 50 से लेकर 400 प्रतिशत तक बढ़ी है.
Petroleum Product: बेतहाशा बढ़ते पेट्रोलियम पदार्थों के दामों को लेकर CPM ने मोदी की आलोचना
कॉरपोरेट घरानों की सरकार है मोदी सरकार
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने कारोपोरेट घरानों के बैंक कर्जे 1 लाख 17 हजार करोड़ रुपए माफ कर दिए. इससे स्पष्ट है कि ये सरकार पूजीपतियों के हितसाधक के रुप में काम कर रही है. माकपा की केंद्रीय समिति ने अपनी सभी समितियों को मंहगाई के खिलाफ अभियान चलाने का आव्हान किया था. जिसके तहत जुलाई के प्रथम सप्ताह में माकपा ने ग्वालियर में पदयात्रा निकाली थी. उसके बाद ग्वालियर में तमाम क्षेत्रों में महंगाई विरोधी सम्मेलनों का आयोजन किया गया था. अब तीसरे चरण में जेल भरो आंदोलन का आव्हान किया.