ग्वालियर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र व राघवगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह (Former Minister Jaivardhan Singh) आजकल ग्वालियर-चंबल संभाग में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं, इस बहाने वे ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस के रिक्त स्थान को भरना चाह रहे हैं. ग्वालियर पहुंचे जयवर्धन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस के पास नेताओं की कमी नहीं है, कांग्रेस के पास यहां एक से बढ़कर एक कद्दावर और जनाधार वाले नेता हैं, जबकि बीजेपी यहां शिवराज भाजपा महाराज भाजपा नाराज भाजपा में बंटी हुई है. ऐसा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद हुआ है क्योंकि सिंधिया के आने के बाद पुराने भाजपाइयों की पूछ परख कम होने लगी है. इसलिए यहां के नेताओं के मन में भी अंतर्द्वंध चल रहा है.
सिंधिया की जगह भरने के लिए जयवर्धन की दावेदारी, बोले-सिंधिया के होने या ना होने से फर्क नहीं पड़ता
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर (Union Minister Narendra Singh Toamr) और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा (MP BJP President VD Sharma) में भी गुटबाजी साफ दिखाई पड़ रही है, जबकि सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनकी पार्टी की गुटबाजी जरूर खत्म हो गई है. अब सिर्फ कमलनाथ गुट ही एकमात्र गुट है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता आने वाले 2 साल जी तोड़ मेहनत करेंगे और जनता के हित के लिए सड़क पर उतरेंगे, ताकि 2023 में एक बार फिर कमलनाथ की सरकार बनाई जा सके. वहीं जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस में सिंधिया के मुकाबले कौन चेहरा होगा तो एकबारगी वह सोच में पड़ गए, फिर कहने लगे कि हमारे पास लाखन सिंह यादव हैं, गोविंद सिंह हैं प्रवीण पाठक हैं, इन लोगों के ट्रैक रिकॉर्ड अच्छे हैं.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने (Former Minister Jaivardhan Singh) कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है, जिसके कारण लोगों को पर्याप्त वैक्सीन होने के बावजूद धक्के खाने पड़ रहे हैं. वैक्सीनेशन (Vaccination Mega Campaign) के नाम पर बीजेपी वाले वाहवाही लूटने में लगे हैं और हर जगह विज्ञापन पर धन्यवाद मोदी जी के पोस्टर लगाए जा रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने पोलियो और टीबी टीकाकरण अभियान के दौरान ऐसी वाहवाही लूटने के लिए कोई प्रयास नहीं किया था, जातिगत जनगणना के सवाल पर भी उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस जातिगत जनगणना (Congress Support Caste Census) के पक्ष में है. कास्ट सेंसेक्स होना चाहिए, पर बीजेपी ओबीसी विरोधी है, उसने 27 फीसदी आरक्षण को सत्ता में आते ही कम कर दिया.
वहीं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के आरोप का प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (Water Resources Minister Tulsi Silawat) ने जवाब देते हुए उनकी टोपी को उन्हीं के ही सिर पर घुमा दिया है. उनका कहना है कि जयवर्धन उनके छोटे भाई हैं, वो कह रहे हैं भाजपा धड़ों में बंटी है, जबकि हकीकत ये है कि कांग्रेस रसातल में पहुंच चुकी है और वो तीन टुकड़ों में ही बंटी (Congress Divided Three parts in Gwalior Chambal Region) है, भाजपा में संगठन अनुशासन से चलता है, जो बूथ, मंडल जिले से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर चलता है, हमारे यहां व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं हमारा संगठन महत्वपूर्ण है. वहीं भोपाल में आयोजित आदिवासी संगठन के महासम्मेलन में पीसीसी चीफ कमलनाथ के शामिल होने पर उन्होंने तंज भी कसा और कहा कि वह कहीं भी जायें कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. भाजपा आदिवासियों और अनुसूचित जाति-जनजाति के साथ सभी वर्गों का ध्यान रखती है, जिसका उदाहरण वह खुद आप सभी के सामने मौजूद हैं.