ग्वालियर। एमपी के माधव नेशनल पार्क में 2 और बाघों की दहाड़ सुनाई देगी. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बात के संकेत दिए हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों एमपी दौरे पर हैं. जहां ग्वालियर में उन्होंने बाघों को लेकर कहा कि कूनो और रणथंबोर की तरह माधव नेशनल पार्क में भी चंबल क्षेत्र से विलुप्त हो चुके बाघों की दहाड़ सुनाई दे रही है. सिंधिया ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री व उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती के मौके पर 10 मार्च को 2 मादा और 1 नर बाघ को माधव नेशनल पार्क में छोड़े गए थे. दीवार बनने के बाद यहां 2 और बाघ छोड़े जाएंगे.
शुक्रवार को होगा दीवार का भूमिपूजन: माधव नेशनल पार्क में दीवार बनाने के लिए करीब 14.50 करोड़ का खर्च अनुमानित है. यह साढे़ 14 किलोमीटर के क्षेत्र में बनाई जाएगी. सिंधिया ने बताया कि बाघों के लिए 180 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल नियत किया गया है. चूंकि यह माधव नेशनल पार्क हाईवे से होकर गुजरा है. इसलिए लोगों और बाघों की सुरक्षा के लिए यहां दीवार उठाया जाना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस दीवार के भूमि पूजन कार्यक्रम में वे खुद शामिल हो रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शुक्रवार का दिन वैसे भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ग्वालियर में बन रहे एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण का शुक्रवार को भूमिपूजन हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि चंबल से पानी लाने का उनका संकल्प था जो लगभग 380 करोड़ की लागत से जल्द ही पूरा होगा.
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कई और योजनाओं का भूमिपूजन: जिससे 2070 तक ग्वालियर के लोगों को पानी की किल्लत नहीं होगी. सभी वार्डों को पर्याप्त पानी मिलेगा. इसके लिए नई पाइपलाइन भी बिछाई जाएगी. जिस पर 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसके अलावा माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना का भी शुक्रवार को शिलान्यास है. जिसमें लोगों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा. जिसके कारण 5 जिले ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, गुना और शिवपुरी लाभान्वित होंगे. कुल मिलाकर उन्होंने 3300 करोड़ रुपए की योजनाओं का शुक्रवार को शिलान्यास करने का दावा किया है. गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया एकदिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आए हैं. वह यहां राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल पर पत्रकारों से रूबरू हुए.