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Bandhavgarh Tiger Reserve में नहीं रुक रहा तेंदुओं की मौत का सिलसिला, November में 4 की मौत - बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तेंदुए की मौत

उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही तेंदुए की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. बुधवार को एक बार फिर तेंदुए का शव मिला है. बता दें नवंबर महीने में यह चौथा तेंदुआ है, जिसकी मौत हुई है. तेंदुए के शव को वन्य प्राणी के निर्धारित प्रोटोकाल के तहत वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कराया गया है.

Bandhavgarh Tiger Reserve
नहीं रुक रहा तेंदुओं की मौत का सिलसिला
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Published : Nov 30, 2022, 10:34 PM IST

उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही तेंदुए की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. बांधवगढ़ में जहां सप्ताह भर में लगातार तेंदुए की मौत का मामला थमा भी नहीं था कि फिर एक तेंदुए की मौत ने प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिया हैं. मृत तेंदुओं के गले व शरीर के अन्य हिस्सों में बाघ के दांतों के निशान भी मिले हैं. नवंबर माह में चौथे तेंदुए की मौत हुई है.

बाघ के हमले से मौत होने की संभावना: जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ के पनपथा बफर क्षेत्र की करौंदिया बीट के कक्ष क्रमांक पीएफ 609 से लगे राजस्व क्षेत्र की सीमा के पास गश्ती दल को तेंदुआ शावक मृत हालत में मिला. मृत शावक की उम्र लगभग 7 से 8 माह बताई जा रही है. गश्ती दल ने तुरंत प्रबंधन को सूचना दी. जिसके बाद प्रबंधन और डॉक्टर ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और उसका परीक्षण कराया गया. मामले में बताया जा रहा है कि प्रथम दृष्टया किसी बाघ के हमले से तेंदुए की मौत होना बताया जा रहा है.

Bandhavgarh Tiger Reserve: बाघ से फाइटिंग में मादा तेंदुए की मौत, 1 सप्ताह पहले मारे गए थे 2 शावक

मृत तेंदुए के शरीर में मिले दूसरे बाघ के दांतों के निशान: मृत तेंदुए के गले व शरीर के अन्य हिस्सों में बाघ के दांतो के निशान भी देखे गए हैं. उसके आसपास बाघ के पैरों के चिन्ह भी पाए गए हैं. जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि तेंदुए की मौत की वजह बाघ का हमले से होना प्रतीत होता है. घटना स्थल के आस-पास लगभग 200 मीटर की दूरी पर ग्राम करौंदिया में ग्रामीण के खेत में भी बाघ के पैरों के निशान मिले हैं. बाघ के गांव में दस्तक की जानकारी से अब ग्रामवासी सहमे हुए हैं. तेंदुए के शव को वन्य प्राणी के निर्धारित प्रोटोकाल के तहत वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कराया गया है.

उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही तेंदुए की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. बांधवगढ़ में जहां सप्ताह भर में लगातार तेंदुए की मौत का मामला थमा भी नहीं था कि फिर एक तेंदुए की मौत ने प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिया हैं. मृत तेंदुओं के गले व शरीर के अन्य हिस्सों में बाघ के दांतों के निशान भी मिले हैं. नवंबर माह में चौथे तेंदुए की मौत हुई है.

बाघ के हमले से मौत होने की संभावना: जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ के पनपथा बफर क्षेत्र की करौंदिया बीट के कक्ष क्रमांक पीएफ 609 से लगे राजस्व क्षेत्र की सीमा के पास गश्ती दल को तेंदुआ शावक मृत हालत में मिला. मृत शावक की उम्र लगभग 7 से 8 माह बताई जा रही है. गश्ती दल ने तुरंत प्रबंधन को सूचना दी. जिसके बाद प्रबंधन और डॉक्टर ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और उसका परीक्षण कराया गया. मामले में बताया जा रहा है कि प्रथम दृष्टया किसी बाघ के हमले से तेंदुए की मौत होना बताया जा रहा है.

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मृत तेंदुए के शरीर में मिले दूसरे बाघ के दांतों के निशान: मृत तेंदुए के गले व शरीर के अन्य हिस्सों में बाघ के दांतो के निशान भी देखे गए हैं. उसके आसपास बाघ के पैरों के चिन्ह भी पाए गए हैं. जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि तेंदुए की मौत की वजह बाघ का हमले से होना प्रतीत होता है. घटना स्थल के आस-पास लगभग 200 मीटर की दूरी पर ग्राम करौंदिया में ग्रामीण के खेत में भी बाघ के पैरों के निशान मिले हैं. बाघ के गांव में दस्तक की जानकारी से अब ग्रामवासी सहमे हुए हैं. तेंदुए के शव को वन्य प्राणी के निर्धारित प्रोटोकाल के तहत वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कराया गया है.

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