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महल में नौकरशाहों की बैठक बुलाकर विवादों में घिरे सिंधिया, राज्यपाल को पत्र लिखकर वकील ने की शिकायत - राज्यपाल

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने जय विलास पैलेस में बंद कमरे में जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ लगभग तीन घंटे तक शहर में किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर बैठक ली जिस पर एक वकील ने सवाल उठाये हैं.

जय विलास पैलेस, ग्वालियर
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Published : Jul 18, 2019, 5:58 PM IST

ग्वालियर। कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर जिले के अधिकारियों की बैठक करने पर बीजेपी की विधि प्रकोष्ठ के वकील ने आपत्ति दर्ज कराई है. वकील अवधेश सिंह तोमर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अधिकारियों पर नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है. शिकायत में कहा है कि आखिर सिंधिया ने किस हैसियत से शहर के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ मीटिंग की है. पत्र में सिंधिया पर अपने राजनीतिक रसूख का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है.

महल में नौकरशाहों की बैठक बुलाकर विवादों में घिरे सिंधिया


कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को अपने जय विलास पैलेस में बंद कमरे में जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ लगभग तीन घंटे तक शहर में किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर बैठक ली. हालांकि बैठक से बाहर निकलने के बाद अधिकारियों ने इसे बैठक नहीं बल्कि औपचारिक चाय पर चर्चा बताया था.


इस मामले को लेकर वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि यदि वे सिंधिया के महल में चाय पीने गए थे, तो सरकारी अमले को साथ क्यों लेकर गये. इसके साथ ही कार्यालयीन समय में से बहुमूल्य 4 घंटे उन्होंने क्यों खराब किए. 4 घंटे में शहर से विकास से जुड़े अन्य मुद्दों पर काम किया जा सकता था. वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि सर्विस नियम के अनुसार ये कार्रवाई सिंधिया के महल में जाकर बैठक नहीं कर सकते हैं. क्योंकि सिंधिया वर्तमान में लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और अन्य किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं है ऐसे में अधिकारी किसके कहने पर बैठक में गये थे.


गौरतलब है कि जब कांग्रेस ने इस बात की घोषणा की थी कि सिंधिया अपने दौरे के दौरान स्मार्ट सिटी के जुड़े विकास कार्यों को लेकर बैठक करेंगे तब भी बीजेपी ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी.

ग्वालियर। कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर जिले के अधिकारियों की बैठक करने पर बीजेपी की विधि प्रकोष्ठ के वकील ने आपत्ति दर्ज कराई है. वकील अवधेश सिंह तोमर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अधिकारियों पर नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है. शिकायत में कहा है कि आखिर सिंधिया ने किस हैसियत से शहर के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ मीटिंग की है. पत्र में सिंधिया पर अपने राजनीतिक रसूख का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है.

महल में नौकरशाहों की बैठक बुलाकर विवादों में घिरे सिंधिया


कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को अपने जय विलास पैलेस में बंद कमरे में जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ लगभग तीन घंटे तक शहर में किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर बैठक ली. हालांकि बैठक से बाहर निकलने के बाद अधिकारियों ने इसे बैठक नहीं बल्कि औपचारिक चाय पर चर्चा बताया था.


इस मामले को लेकर वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि यदि वे सिंधिया के महल में चाय पीने गए थे, तो सरकारी अमले को साथ क्यों लेकर गये. इसके साथ ही कार्यालयीन समय में से बहुमूल्य 4 घंटे उन्होंने क्यों खराब किए. 4 घंटे में शहर से विकास से जुड़े अन्य मुद्दों पर काम किया जा सकता था. वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि सर्विस नियम के अनुसार ये कार्रवाई सिंधिया के महल में जाकर बैठक नहीं कर सकते हैं. क्योंकि सिंधिया वर्तमान में लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और अन्य किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं है ऐसे में अधिकारी किसके कहने पर बैठक में गये थे.


गौरतलब है कि जब कांग्रेस ने इस बात की घोषणा की थी कि सिंधिया अपने दौरे के दौरान स्मार्ट सिटी के जुड़े विकास कार्यों को लेकर बैठक करेंगे तब भी बीजेपी ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी.

Intro:कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर जिले के अधिकारियों की बैठक करने पर बीजेपी की विधि प्रकोष्ठ के वकील ने आपत्ति दर्ज कराई है। वकील अवधेश सिंह तोमर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अधिकारियों पर नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है। साथ ही की गई शिकायत में कहा है कि आखिर सिंधिया ने किस सियत से शहर के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ मीटिंग की है। सिंधिया अपने राजनीतिक रसूख का दुरुपयोग कर रहे हैं।


Body:दरअसल कल कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने जय विलास पैलेस में बंद कमरे में जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ लगभग तीन घंटे तक शहर के किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर बैठक की। हालांकि बैठक से बाहर निकलने के बाद अधिकारियों ने इसे बैठक नहीं बल्कि औपचारिक चाय पर चर्चा बताया था। जिस पर वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि यदि वह सिंधिया के महल में चाय पीने गए थे तो सरकारी अमले को साथ क्यों नहीं गये। इसके साथ युवक ने कार्यालयीन समय में से बहुमूल्य 4 घंटे उन्होंने क्यों खराब किए। 4 घंटे में शहर से विकास से जुड़े अन्य मुद्दों पर काम किया जा सकता था।


Conclusion:वकील अवधेश सिंह तोमर का कहना है कि सर्विस नियम के अनुसार यह कार्रवाई सिंधिया के महल में जाकर बैठक नहीं कर सकते हैं। क्योंकि सिंधिया वर्तमान में लोकसभा राज्यसभा विधानसभा और अन्य किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं है ऐसे में हुआ किसके कहने पर बैठक में गये थे। गौरतलब है कि जब कांग्रेस ने इस बात की घोषणा की थी कि सिंधिया अपने दौरे के दौरान स्मार्ट सिटी के जुड़े विकास कार्यों को लेकर बैठक करेंगे तब भी बीजेपी ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी।

बाइट - अवधेश सिंह तोमर , शिकायकर्ता
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