ग्वालियर। मुरार के गणेशपुरा इलाके से जनवरी 2014 में किशोर की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मृतका का रिश्तेदार ही आरोपी निकला, जिसे कुछ समय पहले अपहरण के एक मामले में भिंड में पुलिस ने पकड़ा था. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि 6 साल पहले जनवरी में अपहरण के बाद उसने अनुभव शर्मा की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसकी लाश को सिरोल हाइवे के किनारे फेंक दिया था. आरोपी मनोज शर्मा इन दिनों भिंड जेल में बंद है, जल्द ही मुरार पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर ग्वालियर लाएगी.
पिछले दिनों ददरेवा धाम मंदिर के पुजारी के अपहरण का मामला सामने आया था. इस मामले में मनोज शर्मा को आरोपी बनाया गया है, उसकी निशानदेही पर पुजारी को दीनदयाल नगर से रेस्क्यू किया गया था. पूछताछ में भिंड पुलिस के सामने मनोज शर्मा ने कबूल किया कि उसने अपने चचेरे भाई नाथूराम शर्मा के बेटे अनुभव का 10 जनवरी 2014 को अपहरण किया था और बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी. आरोपी ने बताया कि नाथूराम की गांव में अच्छी खेती थी. उसके भाई और बच्चे भी अच्छी तरह से पढ़ाई कर रहे थे, इसी से मनोज को जलन होती थी.
अनुभव के पिता नाथूराम ने संदेह जताया है कि मनोज का रैकेट अंग बेचने वाले लोगों से मिला हो सकता है. उनका कहना है कि अनुभव के अपहरण के बाद वह सिरोल हाइवे पर शव को खेत में फेंकने की बात कह रहा है. यदि ऐसा होता तो घटना के बाद मुरार पुलिस और उन्हें शव के संबंध में जानकारी क्यों नहीं मिली. किसी ग्रामीण ने इस बारे में पुलिस काे क्याें नहीं बताया.
छह साल पहले भी अनुभव के लापता होने पर मुरार थाना पुलिस ने मनोज से पूछताछ की थी, लेकिन उसे छोड़ दिया था. मनोज अभी भिंड जेल में बंद है, इसलिए ग्वालियर पुलिस उसकी कोर्ट से रिमांड मांगेगी. इसके बाद अनुभव के शव को बरामद करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी.