ग्वालियर। मध्य प्रदेश का चुनाव नजदीक है. ऐसे में सबकी नजर ग्वालियर चंबल-अंचल पर है. बीजेपी और कांग्रेस पहले ही यहां लगातार सक्रियता बनाए हुए हैं. अभी हाल में ही में 'आप' पार्टी भी सक्रियता बढ़ा दी. अब इन तीनों राजनीतिक दलों के बाद बहुजन समाज पार्टी भी मैदान में कूद गई है. BSP नेता काशीराम की जयंती पर पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने शक्ति प्रदर्शन किया और आगाह किया कि, विधानसभा चुनाव 2023 में BSP प्रदेश की सभी पार्टियों के लिएबड़ी चुनौती बन कर उभरेगी.
मुख्यमंत्री का चेहरा तलाश रही BSP: बहुजन समाज पार्टी के इस शक्ति प्रदर्शन में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद और मुख्य प्रदेश प्रभारी इंजीनियर रामजी गौतम एवं प्रदेश प्रभारी सुनील बघेल कार्यक्रम में शामिल हुए. साथ ही मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित और बसपा विधायक रामबाई भी इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंची. मुख्य प्रदेश प्रभारी रामजी बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, आगामी विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी हर विधानसभा में अपना प्रत्याशी उतारेगी. उन्हें उम्मीद है कि, अबकी बार मध्यप्रदेश के विधानसभा में सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनकर आएंगे. प्रदेश की जनता बीजेपी और कांग्रेस से पूरी तरह ऊब चुकी है. साथ ही उन्होंने कहा है कि, अभी मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा तलाश रही है.
कार्यक्रम में कुर्सियां खाली: इस आयोजन में खास बात यह रही कि, आज बहुजन समाज पार्टी का विधानसभा चुनाव को लेकर पहला विशाल कार्यक्रम आयोजित हुआ था, लेकिन यह कार्यक्रम पूरी तरह से फेल नजर आया. भले ही ग्वालियर चंबल-अंचल के सभी जिलों से नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठी हुई लेकिन इस कार्यक्रम में आधा से अधिक कुर्सियां खाली पड़ी रही. इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की संख्या काफी कम थी. यही कारण है कि आधे से ज्यादा कुर्सी खाली थी. इस कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई और चंबल अंचल के अन्य जिलों से जो लोग आने थे वह नहीं आए.
बीजेपी-कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती: ग्वालियर चंबल-अंचल में बहुजन समाज पार्टी कई सीटों पर अपना वर्चस्व रखती है. लगभग 12 ऐसी सीटे हैं जहां पर वह बीजेपी और कांग्रेस का खेल बिगड़ती है. कई सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर कड़ी टक्कर होती है. अबकी बार खास बात यह है कि, बहुजन समाज पार्टी में ऐसे नेता शामिल हो रहे हैं जो बीजेपी और कांग्रेस छोड़ कर आ रहे हैं. यह नेता अपने आप में कद्दावर है और अगर बसपा ने टिकट देती है तो यह बीजेपी और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होंगे.
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इन विधानसभाओं में BSP का वर्चस्व: हाल ही में मुरैना जिले के पूर्व विधायक बलबीर सिंह दंडोतिया बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए हैं. बताया जा रहा है कि वह दिमनी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में वह बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे. साथ ही मुरैना जिले की 6 विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी का अच्छा खासा वर्चस्व है. सभी सीटों पर कड़ी टक्कर देती है तो ग्वालियर भिंड और दतिया में भी बहुजन समाज पार्टी अच्छा खासा वर्चस्व रहती है. यही कारण है कि, ग्वालियर चंबल-अंचल में अगर बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवारों को टिकट दिया तो या बीजेपी और कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल पैदा करेंगे.