ग्वालियर। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह को झूठा करार दिया है. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह उनसे 15 महीने का हिसाब पूछते हैं, लेकिन वे अपने 15 साल का हिसाब देने से बचते हैं. यदि उनमें नैतिकता और हिम्मत है तो आमने सामने मंच पर बहस करके देख लें कि किस तरह से उन्होंने मध्यप्रदेश को बेरोजगारी महिला अत्याचार और भ्रष्टाचार सहित किसानों की आत्महत्या के मामले में नंबर एक बना रखा था.
ग्वालियर के कोटेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक मैदान में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा के समर्थन में आम सभा को संबोधित करने आए कमलनाथ ने कहा कि शिवराज होना नकारा साबित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं लेकिन वे यह बात भूल जाते हैं कि 15 साल के शासनकाल में उन्होंने ग्वालियर को प्रदेश में चौथे नंबर पर खिसका दिया है. जो ग्वालियर कभी मध्यप्रदेश की पहचान था.
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से प्रदेश की सेवा करने की कोशिश की है. वह महाराजा नहीं है शिवराज मामा नहीं है और ना ही चाय बेचने वाले हैं. उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया थे.
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से प्रदेश की सेवा की है जब कि शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में माफिया राज स्थापित करने में पूरा समय लगा दिया था. उन्हें सिर्फ साढे ग्यारह महीने सीएम के रूप में काम करने के लिए मिले थे जिसमें उन्होंने किसानों आम लोगों को राहत पहुंचाने के काम किए. लेकिन अब यह उपचुनाव मध्यप्रदेश का भविष्य तय करने वाला चुनाव है इसलिए लोकतंत्र का सौदा करने वालों को जनता सबक सिखाए. उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे बड़ी संख्या में कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताएं.