ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी के करीब 15 हजार से अधिक छात्रों की कॉपियों में गलत नंबर चढ़े हैं. वहीं छात्रों को कॉपी रिओपन कराने के लिए 250 रुपए खर्च करने पड़ रहे है. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस गड़बड़ी को ठीक कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं. संशोधन होने के बाद छात्रों को नए परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे.
जीवाजी विश्वविद्यालय ने हाल ही में यूजी और पीजी परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित किए हैं. इन परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्रों का रिजल्ट मिसमैच हो गया है. छात्रों का कहना है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. कॉपी में कुछ और नंबर हैं और रिजल्ट में कुछ और दर्शाए जा रहे हैं. साथ ही रिओपनिंग करने के लिए 250 रूपए के फॉर्म भरवाए जा रहे हैं. जब इसकी शिकायत की गई तो विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि क्लेम करो पैसे मिल जाएंगे.
मामले को लेकर जीवाजी प्रबंधन का कहना है कि आजकल ओएमआर स्कैनिंग का सिस्टम है. अगर छात्रों द्वारा शीट सही तरीके से नहीं भरा गया होगा तो स्कैनर स्कैन नहीं कर पाता और छात्रों के नम्बर गलत चढ़ जाते हैं. ऐसे में उसे बहुत जल्द ठीक कराने के निर्देश दे दिए गए हैं. संशोधन होने के बाद छात्रों को नए परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे. वहीं फीस को लेकर उन्होंने कहा कि जिन छात्रों की उत्तर पुस्तिका व अंकसूची में नंबरों में हेरफेर पाया गया है ऐसे छात्र अपने पैसे वापस के लिए क्लेम कर सकते हैं.