ग्वालियर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत के बीच कालाबाजारी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. ग्वालियर में रेमडेसिविर इंजेक्शन कलेक्ट्रेट कार्यालय से हॉस्पिटल के बीच गायब हो जाने का मामला सामने आया है. जब कोविड पेशेंट का बेटा इंजेक्शन लेने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा तो वहां लिस्ट से पता चला कि उसके पिता के नाम पर तो इंजेक्शन अलॉट हो चुका है. अस्पताल जाकर बेटे ने पता किया तो इंजेक्शन नहीं मिलने की जानकारी सामने आई. इसके बाद युवक ने कलेक्टर कार्यालय में जाकर काफी हंगामा किया.
मरीज के बेटे ने किया जमकर हंगामा
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे मरीज के बेटे ने वहां लगी लिस्ट में देखा कि उसके पिता के नाम पर तो इंजेक्शन अलॉट हो चुका है. बेटे ने अस्पताल जाकर जब पता किया तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, क्योंकि अस्पताल को उसके पिता के नाम का इंजेक्शन मिला ही नहीं था. इसके बाद उस शख्स ने कलेक्टर कार्यालय में जाकर खूब हंगामा किया. इस दौरान युवक जमीन पर लेट गया और अपने पिता के नाम के इंजेक्शन की मांग करने लगा.
हंगामे के बाद दिया इंजेक्शन
हंगामा बढ़ने के बाद ड्रग इंस्पेक्टर के पास पहुंचा. तब ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि वो उसके पिता के नाम का इंजेक्शन अस्पताल को दे चुके हैं इसके बाद उनकी जवाबदारी नहीं है. इसके बाद युवक ने मौके पर काफी हंगामा किया और रजिस्टर दिखाने की मांग की. लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर रजिस्टर दिखाने को राजी नहीं हुए. आखिरकार हंगामा खत्म करने के लिए युवक को उसके पिता के नाम का इंजेक्शन दिया गया.