ग्वालियर। भारतीय सेना ने भर्ती के नियमों में बदलाव करते हुए नई भर्ती प्रक्रिया का ऐलान कर दिया है. जिसमें बताया गया है कि पहले चरण में भी सभी उम्मीदवार, जिन्होंने 'इंडियन आर्मी डॉट निक डॉट इन' में अपना रजिस्ट्रेशन कराया है, केवल वही उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होंगे. दूसरे चरण में अनेक राज्यों के भर्ती कार्यालयों द्वारा ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को उनके संबंधित एआरओ द्वारा एक ही प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा. जिसमें रैली भर्ती के दूसरे चरण की तारीख और उसके स्थान की पूरी जानकारी प्रोवाइड कराई जाएगी (Selection Process Change in Army Recruitment ). यह सभी उम्मीदवार फिजिकल टेस्ट में शामिल हो सकेंगे. हालांकि फिजिकल टेस्ट में पास उम्मीदवारों को मेडिकल टेस्ट देना होगा जिसके मापदंड पूर्व अनुसार ही तय होंगे.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य: सेना भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए सेना के अफसरों ने बताया कि ''नई भर्ती प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों को पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख 16 फरवरी से 15 मार्च तक तय की गई है, जो भारतीय सेना की वेबसाइट पर किया जाएगा. जिसके बाद ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी और पूरे देश में 176 स्थानों पर यह ऑनलाइन परीक्षा होगी. जिसमें हर आवेदनकर्ता के पास 5 परीक्षाएं स्थानों के चयन करने का ऑप्शन भी होगा''.
छात्रों को समझाने के लिए बने हेल्प डेस्क: ऑनलाइन परीक्षा में रजिस्ट्रेशन के लिए परीक्षा शुल्क भी इस बार परीक्षार्थियों से लिया जाएगा, जो कि 250 रुपए होगा. ऑनलाइन परीक्षा के बाद इसमें प्रदर्शन के आधार पर चयनित उम्मीदवार को भर्ती रैली के लिए तय की गई जगह पर परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा. भर्ती रैली की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा. अंतिम मेरिट ऑनलाइन फिजिकल टेस्ट के नंबरों को मिलाकर पहले की तरह ही तय की जाएगी. नई भर्ती प्रक्रिया को छात्रों को समझाने के लिए इंडियन आर्मी ने हेल्पडेस्क भी बनाई है. इसके साथ ही इंडियन आर्मी की वेबसाइट पर भी नई भर्ती परीक्षा प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी गई है.
भर्ती प्रक्रिया पहले से आसान: सेना के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि ''इस बदली हुई प्रक्रिया का प्रमुख उद्देश्य भर्ती के दौरान सभी पहलुओं पर उम्मीदवार का ध्यान केंद्रित करना रहेगा. जिसके फलस्वरूप देशभर में बेहतर प्रचार-प्रसार होगा तथा भर्ती रैली में भीड़ को बांटा जा सकेगा. जिससे प्रशासनिक व्यवस्थाओं की आवश्यकता भी कम से कम होगी और भर्ती प्रक्रिया पहले से अधिक आसान होगी''.