ग्वालियर। दीपावली पर इस बार चाइनीज़ दीपक देशी दीयों पर भारी पड़ रहे हैं. इसके पीछे उनका आकर्षक और हल्का होना बताया जा रहा है, जबकि देशी दीए मिट्टी से बने होते हैं और उनकी शुद्धता कहीं ज्यादा होती है. इनका वजन भी ज्यादा होता है. दोनों ही दीपक के अपने-अपने खरीदार हैं.
ग्वालियर में दीपोत्सव के मद्देनजर पिछले 1 सप्ताह से बाजारों में दीपावली से जुड़े सामान की खरीदारी हो रही है. ग्वालियर लश्कर और मुरार तीनों उप नगरों में फुटपाथ पर बैठे दुकानदार चाइनीज और देशी दीपक बेच रहे हैं. देशी दीपक ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं खरीद रही हैं. वहीं युवा पीढ़ी आकर्षक होने के कारण चाइनीज़ दीपक खरीद रही है.
घरेलू बाजार में चाइनीज़ आइटम की डिमांड के कारण लोग घरेलू उत्पादों से दूर होते जा रहे हैं. ऐसे में दीपावली में मुनाफा कमाने की आस में बैठे दीपक निर्माता कुछ निराश नजर आ रहे हैं. हालांकि दोनों ही दीपकों की बिक्री अच्छी-खासी हो रही है. धनतेरस से शुरू हुआ यह पर्व अगले 5 दिनों तक जारी रहेगा, इसलिए लोग सैकड़ों की संख्या में दीपकों की खरीद कर रहे हैं.