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प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की चेतावनी का नहीं हुआ कोई असर, अभी भी जर्जर हैं शहर की सड़कें - ETV bharat News

प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (Minister in charge Tulsi Silavat) ने ग्वालियर की जर्जर सड़कों (Dilapidated Roads of Gwalior) को ठीक करने के लिए अधिकारियों को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था. लेकिन मंत्री के इस अल्टीमेटम के बाद भी सड़कों के हालात ठीक नहीं हुए. ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने ग्वालियर की सड़कों का जायजा लिया. देखिए हमारी खास रिपोर्ट...

dilapidated roads of gwalior
ग्वालियर की जर्जर सड़कें
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Published : Sep 22, 2021, 10:06 AM IST

ग्वालियर। लगभग 20 दिन पहले जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (Minister in charge Tulsi Silavat) ने शहर की खुदी हुई सड़कों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि 10 दिन के अंदर शहर की सभी सड़कें ठीक होनी चाहिए. उन सड़कों पर पेच वर्क का काम पूरा होना चाहिए. अगर यह काम 10 दिन में पूरा नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

प्रभारी मंत्री के इस आदेश को लगभग 20 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी भी प्रभारी मंत्री के आदेश की आवाज अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुंची है. हालात यह है कि शहर में अभी भी सड़कें बहाल अवस्था में पड़ी हुई है. इसी की पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने उन सड़कों का जायजा लिया, जो कुछ दिन पहले ही बनी थी. लेकिन प्रभारी मंत्री के आदेश के बाद भी जर्जर पड़ी हुई है.

प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की चेतावनी का नहीं हुआ कोई असर

बाढ़ से 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब

ग्वालियर चंबल अंचल (Gwalior Chambal Zone) में कुछ दिन पहले हुई बारिश से ग्वालियर की सड़कें (Road of Gwalior) पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. बारिश के बाद लगभग 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब हो गई है. जिन्हें ठीक करने के लिए लगभग 80 करोड़ रुपए की अधिक राशि चाहिए. दरअसल बारिश से पहले इन सड़कों पर पैच वर्क ठीक तरह से नहीं किया गया यही कारण है कि यह सड़क उखड़ गई है. इसी को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था.

Patch work is going on on some roads.
कुछ सड़कों पर पैच वर्क जारी है.

खराब सड़कों पर तुलसी सिलावट की चेतावनी, कहा- 10 दिन में दूरस्त करें सडकें, वरना होगी कार्रवाई

संभागायुक्त ने भी दिए निर्देश

सड़कों के सुधार के लिए खुद ग्वालियर संभाग कमिश्नर आशीष सक्सेना (Gwalior Divisional Commissioner Ashish Saxena) ने 17 प्रमुख सड़कों को एक सप्ताह में ठीक करने के निर्देश दिए थे. इस आदेश को मानते हुए अधिकारी पेच वर्क के काम में लगे हुए हैं, लेकिन जो रफ्तार होनी चाहिए वह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. इसके साथ ही शहर की कुछ सड़कों पर पैच वर्क का काम भी किया जा रहा है लेकिन रोड रोलर न चलने के कारण यह डामर सड़क से हट रहा है.

खराब सड़कों के कारण हो रहे हैं हादसे

शहर की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. हालात यह है कि आए दिन राहगीरों को हादसों का शिकार होना पड़ रहा है. मुख्य सड़कों पर गहरे गड्ढे होने के कारण वाहनों में हादसे हो रहे हैं. लेकिन इस ओर अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में प्रभारी मंत्री ने 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन इसके बाद भी इस आदेश पर कोई अमल नहीं हुआ. हालांकि जब ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से बातचीत की तो उनका कहना है कि पेच वर्क का काम लगातार किया जा रहा है.

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पेच वर्क का काम लगातार किया जा रहा है. जल्द ही सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा. इसके लिए मैं खुद मॉनिटरिंग कर रहा हूं. काम की गुणवत्ता को भी देख रहे हैं.

- कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर, ग्वालियर

ग्वालियर। लगभग 20 दिन पहले जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (Minister in charge Tulsi Silavat) ने शहर की खुदी हुई सड़कों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि 10 दिन के अंदर शहर की सभी सड़कें ठीक होनी चाहिए. उन सड़कों पर पेच वर्क का काम पूरा होना चाहिए. अगर यह काम 10 दिन में पूरा नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

प्रभारी मंत्री के इस आदेश को लगभग 20 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी भी प्रभारी मंत्री के आदेश की आवाज अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुंची है. हालात यह है कि शहर में अभी भी सड़कें बहाल अवस्था में पड़ी हुई है. इसी की पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने उन सड़कों का जायजा लिया, जो कुछ दिन पहले ही बनी थी. लेकिन प्रभारी मंत्री के आदेश के बाद भी जर्जर पड़ी हुई है.

प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की चेतावनी का नहीं हुआ कोई असर

बाढ़ से 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब

ग्वालियर चंबल अंचल (Gwalior Chambal Zone) में कुछ दिन पहले हुई बारिश से ग्वालियर की सड़कें (Road of Gwalior) पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. बारिश के बाद लगभग 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब हो गई है. जिन्हें ठीक करने के लिए लगभग 80 करोड़ रुपए की अधिक राशि चाहिए. दरअसल बारिश से पहले इन सड़कों पर पैच वर्क ठीक तरह से नहीं किया गया यही कारण है कि यह सड़क उखड़ गई है. इसी को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था.

Patch work is going on on some roads.
कुछ सड़कों पर पैच वर्क जारी है.

खराब सड़कों पर तुलसी सिलावट की चेतावनी, कहा- 10 दिन में दूरस्त करें सडकें, वरना होगी कार्रवाई

संभागायुक्त ने भी दिए निर्देश

सड़कों के सुधार के लिए खुद ग्वालियर संभाग कमिश्नर आशीष सक्सेना (Gwalior Divisional Commissioner Ashish Saxena) ने 17 प्रमुख सड़कों को एक सप्ताह में ठीक करने के निर्देश दिए थे. इस आदेश को मानते हुए अधिकारी पेच वर्क के काम में लगे हुए हैं, लेकिन जो रफ्तार होनी चाहिए वह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. इसके साथ ही शहर की कुछ सड़कों पर पैच वर्क का काम भी किया जा रहा है लेकिन रोड रोलर न चलने के कारण यह डामर सड़क से हट रहा है.

खराब सड़कों के कारण हो रहे हैं हादसे

शहर की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. हालात यह है कि आए दिन राहगीरों को हादसों का शिकार होना पड़ रहा है. मुख्य सड़कों पर गहरे गड्ढे होने के कारण वाहनों में हादसे हो रहे हैं. लेकिन इस ओर अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में प्रभारी मंत्री ने 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन इसके बाद भी इस आदेश पर कोई अमल नहीं हुआ. हालांकि जब ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से बातचीत की तो उनका कहना है कि पेच वर्क का काम लगातार किया जा रहा है.

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पेच वर्क का काम लगातार किया जा रहा है. जल्द ही सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा. इसके लिए मैं खुद मॉनिटरिंग कर रहा हूं. काम की गुणवत्ता को भी देख रहे हैं.

- कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर, ग्वालियर

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