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सिंध नदी के घाटों से हो रहा है रेत का अवैध उत्खनन, प्रशासन ने बंद की अपनी आंखें

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Published : Jun 9, 2019, 9:30 PM IST

डबरा और भितरवार विधानसभा क्षेत्र में रेत माफिया अवैध पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से सिंध नदी से रोज करोड़ों की रेत उठा रहे हैं.

रेत का अवैध उत्खनन

ग्वालियर| प्रदेश में सरकार बदली, मंत्री बदले लेकिन भ्रष्टाचार का सिस्टम आज भी वैसा ही है. डबरा और भितरवार विधानसभा क्षेत्र में रेत माफिया अवैध पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से सिंध नदी से रोज करोड़ों की रेत उठा रहे हैं. कई बार जिला खनिज अधिकारी और जिला कलेक्टर को संज्ञान देने के बाद भी आज तक रेत का अवैध उत्खनन कर रहे माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

रेत का अवैध उत्खनन

डबरा और भितरवार विधानसभा क्षेत्र में दोनों ही विधायक कांग्रेस के हैं और कमलनाथ सरकार में मंत्री भी हैं. डबरा से इमरती देवी महिला बाल विकास मंत्री हैं तो वहीं भितरवार विधानसभा से लाखन सिंह यादव पशुपालन मंत्री हैं जो सरकार बनने से पहले अवैध उत्खनन का रोना रोते खूब देखे सुने गए थे लेकिन सरकार में आने के बाद उनका भी इस अवैध उत्खनन से कोई सरोकार नहीं रह गया है.

रेत माफियाओं की करतूत जिले के अधिकारियों को बताई जाती है तो उनकी तरफ से एक ही जवाब सुनने को मिलता है मामला संज्ञान में है जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आज तक ऐसी कोई कार्रवाई या रेत उतखनन के खिलाफ ऐसा कोई कठोर नियम शासन या सरकार की तरफ से नहीं आया है कि रेत माफिया रेत का अवैध कारोबार करने में सोचें.

ग्वालियर| प्रदेश में सरकार बदली, मंत्री बदले लेकिन भ्रष्टाचार का सिस्टम आज भी वैसा ही है. डबरा और भितरवार विधानसभा क्षेत्र में रेत माफिया अवैध पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से सिंध नदी से रोज करोड़ों की रेत उठा रहे हैं. कई बार जिला खनिज अधिकारी और जिला कलेक्टर को संज्ञान देने के बाद भी आज तक रेत का अवैध उत्खनन कर रहे माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

रेत का अवैध उत्खनन

डबरा और भितरवार विधानसभा क्षेत्र में दोनों ही विधायक कांग्रेस के हैं और कमलनाथ सरकार में मंत्री भी हैं. डबरा से इमरती देवी महिला बाल विकास मंत्री हैं तो वहीं भितरवार विधानसभा से लाखन सिंह यादव पशुपालन मंत्री हैं जो सरकार बनने से पहले अवैध उत्खनन का रोना रोते खूब देखे सुने गए थे लेकिन सरकार में आने के बाद उनका भी इस अवैध उत्खनन से कोई सरोकार नहीं रह गया है.

रेत माफियाओं की करतूत जिले के अधिकारियों को बताई जाती है तो उनकी तरफ से एक ही जवाब सुनने को मिलता है मामला संज्ञान में है जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आज तक ऐसी कोई कार्रवाई या रेत उतखनन के खिलाफ ऐसा कोई कठोर नियम शासन या सरकार की तरफ से नहीं आया है कि रेत माफिया रेत का अवैध कारोबार करने में सोचें.

Intro:डबरा और भितरवार विधानसभा से होकर निकली सिंध नदी की जिसे सैकड़ों गांवों और डबरा शहर की जीवनदायिनी भी कहा जाता है जिसका पानी लगभग पूरा डबरा और भितरवार शहर अपने उपयोग में लेता है वही पर नदी किसानों की खेती के भी काम आती है लेकिन अब आलम यह है के दिन रात रेत माफिया अवैध पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से जीवनदायिनी सिंध नदी का सीना छलनी कर करोड़ों की रेत प्रतिदिन उठा रहे हैं ऐसा नहीं है की इस मामले की जानकारी शासन-प्रशासन को ना हो कई बार जिला खनिज अधिकारी और जिला कलेक्टर को संज्ञान देने के बाद भी आज तक लोहारी लिधौरा बाबूपुर जैसे घाट जो कि बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

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एंकर:- सरकार बदली मंत्री बदले मुख्यमंत्री बदले लेकिन नहीं बदला तो मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का सिस्टम जी हां यहां पर हम बात कर रहे हैं ग्वालियर जिले के डबरा और भितरवार विधानसभा से होकर निकली सिंध नदी की जिसे सैकड़ों गांवों और डबरा शहर की जीवनदायिनी भी कहा जाता है जिसका पानी लगभग पूरा डबरा और भितरवार शहर अपने उपयोग में लेता है वही पर नदी किसानों की खेती के भी काम आती है लेकिन अब आलम यह है के दिन रात रेत माफिया अवैध पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से जीवनदायिनी सिंध नदी का सीना छलनी कर करोड़ों की रेत प्रतिदिन उठा रहे हैं ऐसा नहीं है की इस मामले की जानकारी शासन-प्रशासन को ना हो कई बार जिला खनिज अधिकारी और जिला कलेक्टर को संज्ञान देने के बाद भी आज तक लोहारी लिधौरा बाबूपुर जैसे घाट जो कि बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

यदि हम सिंध नदी में चल रहे अवैध उत्खनन की बात करें तो उत्खनन ग्वालियर जिले की डबरा और भितरवार विधानसभा के अधीन चल रहा है जहां गौर करने लायक बात यह भी है कि इन दोनों ही विधान सभा से दोनों ही विधायक कांग्रेस के हैं और बर्तमान मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में मंत्री भी हैं जहां डबरा से इमरती देवी सुमन महिला बाल विकास मंत्री हैं तो वहीं भितरवार विधानसभा से लाखन सिंह यादव पशुपालन मंत्री हैं जो सरकार बनने से पहले अवैध उत्खनन का रोना रोते खूब देखे सुने गए थे लेकिन सरकार में आने के बाद उनका भी इस अवैध उत्खनन से कोई सरोकार नहीं रह गया है दोनो ही मंत्री अपने कौन से हित साधने में लगे है यह तो वही जाने....?

बाइट:- 1 अनुराग चौधरी/ ग्वालियर जिला कॉलेकेक्टरConclusion: जब भी जीवनदायिनी सिंध नदी को छलनी करते रेत माफियाओं की करतूत जिले के अधिकारियों को बताई जाती है तो उनकी तरफ से एक ही जवाब सुनने को मिलता है मामला संज्ञान में है जल्द ही बड़ी कार्यवाही की जाएगी लेकिन आज दिनांक तक ऐसी कोई कार्रवाई या रेत के खिलाफ ऐसा कोई कठोर नियम शासन या सरकार की तरफ से नहीं आया है कि रेत माफिया रेत का अवैध कारोबार करने में सोचें लचर नीति के चलते प्रशासनिक सहयोग से रेत माफिया दिन रात जीवनदायिनी सिंध नदी का सीना छलनी कर अपनी काली कमाई को बढ़ा रहे हैं वही अधिकारी ओने जो मौन साध रखा है उसके पीछे के कारण जगजाहिर हैं।

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