ग्वालियर। होली का त्यौहार नजदीक है. ऐसे में बाजारों में अलग-अलग प्रकार के गुलाल आपको देखने को मिलेंगे और कुछ गुलाल ऐसे होते हैं जो शरीर पर बुरी तरह साइड इफेक्ट डालते हैं, लेकिन ग्वालियर में स्थित मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला में ऐसे हर्बल गुलाल तैयार किए जा रहे हैं. जो इन दिनों चर्चाओं में है. सबसे खास बात यह है कि आदर्श गौशाला में गाय के गोबर की भस्म से हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है जो लोगों को काफी बेहद पसंद आ रहा है. लोग इसे खरीदने के लिए साथ ही इसकी खासियत जानने के लिए पहुंच रहे हैं.
लोगों को बेहद पसंद: आदर्श गौशाला में हर्बल गुलाल तैयार करने वाली ममता सिंह का कहना है कि, अबकी बार होली के त्यौहार पर गाय के गोबर की भस्म से एक अलग प्रकार का हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है. गुलाल को बनाने के लिए गाय के गोबर के कंडे से पहले भस्म तैयार की जाती है. उसे बारीक छानकर उसमें अलग-अलग प्रकार के फूल मिलाए जाते हैं. उसके बाद हर्बल गुलाल तैयार होता है. यह गुलाल लोगों को काफी बेहद पसंद आ रहा है इसलिए इसकी डिमांड काफी बढ़ गई है.
नहीं है साइड इफेक्ट: इसके साथ ही पलाश के फूलों से भी हर्बल गुलाल काफी लोगों को पसंद आ रहा है तो वही आदर्श गौशाला में हर्बल हल्दी को पीसकर भी गुलाल तैयार हो रहा है. मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला में होली के त्यौहार पर चुकंदर और फूलों से अलग-अलग प्रकार के गुलाल तैयार किए जा रहे हैं. इनकी अनोखी खुशबू के साथ-साथ यह शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं डालता है. इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. होली के त्यौहार को देखते हुए आदर्श गौशाला में अलग-अलग प्रकार की गुलाल तैयार हो रहे हैं. जिसमें चुकंदर का हर्बल गुलाल, पलाश के फूलों का गुलाल और हर्बल हल्दी से गुलाल बनाए जा रहे हैं. इन हर्बल गुलाल को खरीदने के लिए लोग वहां पर पहुंच रहे हैं लोगों का कहना है कि होली के त्यौहार पर कई केमिकल युक्त गुलाल बाजार में आ रहे हैं लेकिन यहां पर बनाया जा रहा गुलाल का पीस सुगंधित और पूरी तरह हर्बल है इसलिए इस हर्बल गुलाल को खरीदने के लिए आ रहे हैं.
बनाने की विधि: इसके साथ ही चुकंदर का हर्बल गुलाल भी यहां पर तैयार हो रहा है. इस गुलाल का शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. चुकंदर का गुलाल बनाने के लिए चुकंदर को बारीक तरीके से पीसकर उसका जूस निकालते हैं और उसके बाद चुकंदर को सुखाने के लिए धूप में रख देते हैं. इसके बाद चुकंदर के जूस में स्टार्च को अच्छी तरीके से मिलाकर सुखाने के लिए रखते हैं और फिर उसकी 4 बार बारीक पिसाई करते हैं इसमें इत्र मिलाते हैं और उसके बाद चुकंदर का हर्बल गुलाल तैयार हो जाता है.पलाश के फूलों से भी हर्बल गुलाल घर बैठकर तैयार कर सकते हैं. पलाश के फूलों को अच्छी तरीके से सुखाकर उसका रस निकालते हैं. सूखे पत्तों को अच्छी तरीके से सूखते हैं. पलाश के फूलों के रस में स्टार्च मिलाते हैं उसके बाद उसको अच्छे तरीके से धूप में सुखाने के लिए रखते हैं. सूखने के बाद बारीक बेचते हैं और हर्बल गुलाल तैयार हो जाता है.
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पूरी तरह प्राकृतिक गुलाल: हर्बल गुलाल खरीदने आए लोगों का कहना है कि आदर्श गौशाला में पूरी तरह से हर्बल तरीके से गुलाल तैयार किया जा रहा है और यह गुलाल काफी पसंद आ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि होली के त्यौहार पर ऐसे ऐसे केमिकल युक्त गुलाल और रंग आ रहे हैं जो त्वचा को पूरी तरह खत्म कर देते है. इसलिए आदर्श गौशाला में जानकारी मिली कि यहां पर पूरी तरह हर्बल गुलाल तैयार होता है तो उसको खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि यहां पर सबसे खास बात यह है कि यह गुलाल हर्बल के साथ-साथ गाय के गोबर की भस्म से भी तैयार हो रहा है पूरी तरह प्राकृतिक है.