ग्वालियर। सेना से रिटायर्ड कैप्टन के साथ पैसे को लेकर धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है. दरअसल, उनके एक दोस्त ने व्यवसाय करने के लिए कुछ समय के लिए पैसे उधार लिए थे. लेकिन जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो उसने टालना शुरू कर दिया. और बहुत कहने पर एक उसने एक चेक थमा दिया. और जब उसे बैंक में लगाया तो वो बांउस हो गया. जिसके बाद कैप्टन ने पैसे देने का दबाव बनाया तो उनके दोस्त ने पैसे देने से मना कर दिया और धमकाने लगा. वहीं कैप्टन ने इसकी शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने कैप्टन की शिकायत पर धोखाधड़ी करने वाले दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
- रामबाबू ने दोस्त को दिए थे 7 लाख रुपए
ग्वालियर के मुरार में रहने वाले रामबाबू सिंह सेंगर सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हैं. कैप्टन रामबाबू सिंह की 20 साल से उनकी दोस्ती नगर निगम कॉलोनी में रहने वाले जसपाल सिंह सरदार से है. जसपाल सिंह एक अंडा कारोबारी और आर्मी में थोक में अंडा सप्लाई करते हैं. कुछ समय पहले जसपाल सिंह अपने रिटायर्ड कैप्टन दोस्त को बताया कि लॉकडाउन में उनका व्यवसाय कुछ चल नहीं रहा है. इसलिए उसे 7 लाख रुपए की जरूरत है. जिस पर रामबाबू ने उसे 7 लाख रुपए दे दिए. 6 महीने बीतने के बाद जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो दोस्त कुछ समय तक टालता रहा. कभी बिजनेस, तो कभी घर की स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देता रहा.
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- रिटायर्ड कैप्टन ने थाने पहुंचकर पुलिस से की शिकायत
जब ज्यादा समय बीत गया तो कैप्टन रामबाबू ने अपने दोस्त जसपाल पर रुपए वापस करने के लिए दबाव बनाया. जिसके बाद जसपाल ने उन्हें साढ़े छह लाख रुपए का चेक दे दिया और कुछ समय बाद कैप्टन ने दो महिने बाद चेक बैंक में लगाया तो चेक बाउंस हो गया. जब कैप्टन ने पैसा वापस मांगा तो जसपाल ने रुपए देने से इनकार कर दिया साथ ही धमकाया कि अगर तुम दुबारा वापस आए तो अच्छा नहीं होगा. परेशान होकर रिटायर्ड कैप्टन ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत पुलिस से की. वहीं पुलिस ने कैप्टन की शिकायत पर धोखाधड़ी करने वाले दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.