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ऑनलाइन दवाएं बेचने पर उठे सवाल, हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से मांगा जवाब

ऑनलाइन दवाएं बेचने पर हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 2 सप्ताह में जवाब तलब किया है. इस मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी.

ऑनलाइन दवाएं बेचने पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
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Published : Jun 25, 2019, 3:13 PM IST

ग्वालियर। ''इन दिनों ऑनलाइन कई कंपनियां दवाएं बेच रही हैं, जिसमें गंभीर किस्म के ड्रग वाली दवाई भी शामिल है. इन दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी को भी दिया जाना गैरकानूनी है और इसे तत्काल बंद कराया जाए''. हाईकोर्ट में इस आशय की एक जनहित याचिका पेश की गई है, जिसमें हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 2 सप्ताह में जवाब तलब किया है.

ऑनलाइन दवाएं बेचने पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

दरअसल, ग्वालियर के रहने वाले सुनील जैन ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें दवा कंपनियों द्वारा ऑनलाइन दवा बेचने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है. उनका कहना है कि बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के गंभीर बीमारियों की दवाएं बेचना गैरकानूनी है. इन दवाओं के इस्तेमाल से जान भी जा सकती है. इनमें एच1 और सी1 जैसी दवाएं भी शामिल हैं. याचिका में कहा गया है कि ऑनलाइन दवा बेचने से ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट और एनडीपीएस एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है.

इस मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी. खास बात यह है कि दिल्ली और मद्रास हाईकोर्ट में भी इसी आशय की दो जनहित याचिकाएं लंबित हैं. इस मामले में केंद्र सरकार के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट को आश्वस्त किया है कि अगली सुनवाई तक सरकार का रुख कोर्ट में स्पष्ट कर दिया जाएगा.

ग्वालियर। ''इन दिनों ऑनलाइन कई कंपनियां दवाएं बेच रही हैं, जिसमें गंभीर किस्म के ड्रग वाली दवाई भी शामिल है. इन दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी को भी दिया जाना गैरकानूनी है और इसे तत्काल बंद कराया जाए''. हाईकोर्ट में इस आशय की एक जनहित याचिका पेश की गई है, जिसमें हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 2 सप्ताह में जवाब तलब किया है.

ऑनलाइन दवाएं बेचने पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

दरअसल, ग्वालियर के रहने वाले सुनील जैन ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें दवा कंपनियों द्वारा ऑनलाइन दवा बेचने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है. उनका कहना है कि बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के गंभीर बीमारियों की दवाएं बेचना गैरकानूनी है. इन दवाओं के इस्तेमाल से जान भी जा सकती है. इनमें एच1 और सी1 जैसी दवाएं भी शामिल हैं. याचिका में कहा गया है कि ऑनलाइन दवा बेचने से ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट और एनडीपीएस एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है.

इस मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी. खास बात यह है कि दिल्ली और मद्रास हाईकोर्ट में भी इसी आशय की दो जनहित याचिकाएं लंबित हैं. इस मामले में केंद्र सरकार के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट को आश्वस्त किया है कि अगली सुनवाई तक सरकार का रुख कोर्ट में स्पष्ट कर दिया जाएगा.

Intro:ग्वालियर
इन दिनों ऑनलाइन कई कंपनियां दवाएं बेच रही हैं जिसमें गंभीर किस्म के ड्रग वाली दवाई भी शामिल है इन दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी को भी दिया जाना गैर कानूनी है इसे तत्काल बंद कराया जाए। हाई कोर्ट में इस आशय की एक जनहित याचिका पेश की गई है जिसमें हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 2 सप्ताह में जवाब तलब किया है।


Body:दरअसल ग्वालियर के रहने वाले सुनील जैन ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है जिसमें दवा कंपनियों द्वारा ऑनलाइन दवा बेचने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है उनका कहना है कि बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के गंभीर किस्म के ड्रग वाली दवाएं बेचना गैरकानूनी है इन दवाओं के इस्तेमाल से जान भी जा सकती है इनमें एच1 और सी1 जैसे ड्रग से बनी दवाएं शामिल है याचिका में कहा गया है कि ऑनलाइन दवा बेचने से ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट तथा एनडीपीएस एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है।


Conclusion:हाईकोर्ट ने इसमें सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किए हैं तथा उनसे 2 सप्ताह में जवाब तलब किया है अब इस मामले की सुनवाई 15 जुलाई को होगी खास बात यह है कि दिल्ली और मद्रास हाई कोर्ट में भी इसी आशय की दो जनहित याचिका लंबित है इस मामले में केंद्र सरकार के अधिवक्ता ने हाई कोर्ट को आश्वस्त किया है की अगली सुनवाई तक सरकार का रुख कोर्ट में स्पष्ट कर दिया जाएगा।
बाइट विवेक खेड़कर ...असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया हाई कोर्ट ग्वालियर
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