ग्वालियर। ग्वालियर की पड़ाव पुलिस ने एक शार्ट एनकाउंटर में बहुचर्चित सरपंच विक्रम सिंह रावत हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र सिंह रावत को गिरफ्तार किया है. पैर में गोली लगने के कारण उसे ट्रॉमा सेंटर में मंगलवार रात को भर्ती कराया गया है. आरोपी पुष्पेंद्र रावत पर एसपी ने ₹5000 का इनाम घोषित किया था. पुष्पेंद्र रावत ही इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
जवाबी कार्रवाई में पैर में लगी गोली: पड़ाव थाना प्रभारी इला टंडन के नेतृत्व में पनिहार के पास जंगल में हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र रावत के होने की सूचना मिली थी. पुलिस के पास सूचना यह भी थी कि पुष्पेंद्र फरियादी पक्ष के कुछ और लोगों को अपना शिकार बना सकता है. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया, लेकिन आरोपी ने पुलिस को देखते ही गोली चला दी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुष्पेंद्र रावत को पैर में पुलिस की गोली लगी. उसे घायल हालत में पुलिस ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंची. जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
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9 अक्टूबर को हुई थी सरपंच विक्रम की हत्या: गौरतलब है कि जिले के आरोन थाना क्षेत्र के बन्हेरी ग्राम पंचायत के सरपंच विक्रम सिंह रावत की पड़ाव थाना क्षेत्र के कांति नगर इलाके में 9 अक्टूबर की सुबह उस समय हत्या कर दी गई थी. जब वह अपने चचेरे भाई की हत्या के सिलसिले में वकील से सलाह मशविरा करने आया हुआ था. पीछा कर रहे बदमाशों ने उसकी कार रोकते ही अंधाधुंध फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में पुष्पेंद्र सहित अन्य आरोपी नामजद हुए थे. चार आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इससे पहले में 2021 में सरपंच विक्रम रावत के चचेरे भाई रामनिवास रावत की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों पक्षों में सरपंच के चुनाव को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा था. इन दोनों हत्याओं में इपीएफ कमिश्नर इंदौर मुकेश रावत भी एक आरोपी है, जो फिलहाल फरार है. उस पर भी पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित है.