ग्वालियर। व्यापम मामले में व्हिसल ब्लोअर आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने पीएम नरेंद्र मोदी, मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स, सीबीआई और खुफिया विभाग से शिकायत की है. जिसमें उन्होंने कहा है कि ई-पासपोर्ट में जिस कंपनी को टेंडर में भाग लेने की छूट दी गई है. वह चीन और पाकिस्तान के साथ कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है.
आशीष चतुर्वेदी का कहा है कि सरकार की टेंडरिंग शर्तों में यह स्पष्ट उल्लेख था कि चीन और पाकिस्तान से ताल्लुक रखने वाली किसी भी कंपनी को इसमें भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन फ्रांस की कंपनी जोमेल्टो ने ई टेंडरिंग की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पासपोर्ट के लिए टेंडरिंग में भाग लिया है. जबकि यह कंपनी चीन और पाकिस्तान में वहां की सरकारों के साथ कोई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. आशीष चतुर्वेदी ने पाकिस्तान के अखबारों में छपी खबरों कि कटिंग के पीएमओ को शिकायत भेजी है.
आशीष चतुर्वेदी का कहना है कि ई-पासपोर्ट में व्यक्ति की सभी जानकारी मौजूद रहेगी. ऐसे में भारतीय नागरिक का डाटा दूसरे देशों के साथ शेयर भी होने की आशंका है. उसके हस्ताक्षर भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं. उन्होंने यहां तक कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ भी ई-टेंडरिंग में भाग लेने वाली फ्रांस की जोमेल्टो कंपनी के गहरे ताल्लुकात है.