ग्वालियर। अपहरण और बलात्कार के आरोप में फरार कुख्यात बदमाश रामसहाय गुर्जर के सिकरावली गांव में स्थित मकान को पुलिस और प्रशासन के लोगों ने जमींदोज कर दिया. उसके कब्जे से करीब 15 बीघा सरकारी जमीन भी मुक्त कराई गई है. खास बात यह है कि रामसहाय का गांव सिकरावली पथरीले और जंगली इलाके में स्थित है. इसलिए पुलिस को वहां पहुंचने के लिए जेसीबी या अन्य मशीनें ले जाने में दिक्कतें पेश आई.
3 ग्रामीणों का हुआ था अपहरण: पुलिसकर्मियों ने खुद ही इस मकान पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की. बताया गया है कि, यह मकान सरकारी जमीन पर बिना अनुमति के बनाया गया था. उल्लेखनीय है कि, भंवरपुरा का यह गांव ग्वालियर और मुरैना जिले की सीमा पर स्थित है. यहां कई किलोमीटर तक जंगली इलाका स्थित है. यह अपराधियों के लिए मुफीद माना जाता है. रामसहाय गुर्जर के खिलाफ बीते साल में गांव की ही एक नाबालिग लड़की के अपहरण एवं बलात्कार का आरोप है. हाल ही में रामसहाय का नाम उस समय सुर्खियों में आया था. जब श्योपुर जिले के विजय पुर थाना क्षेत्र से 3 ग्रामीणों का अपहरण हुआ था.
आरोपी पर घोषित था ईनाम: इस मामले में श्योपुर जिले की पुलिस से रामसहाय की गिरफ्तारी के ऊपर 30,000 रुपए का इनाम भी घोषित है. उसकी आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए भंवरपुरा थाना क्षेत्र के सिकरावली गांव में स्थित मकान पर पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मचारी मंगलवार दोपहर को पहुंचे थे. खास बात यह थी कि पुलिसकर्मियों ने खुद ही रामसहाय के मकान को गैती और सब्बल की मदद से गिराया. हालांकि मकान पर कोई भी परिवार का सदस्य नहीं मिला है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि रामसहाय आसपास की 15 बीघा से ज्यादा जमीन पर भी काबिज था. उसे भी प्रशासन की टीम ने अवैध कब्जे से मुक्त कराया है.