ग्वालियर। कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्र कृष्णा चौहान की संदिग्ध मौत के मामले में बहोड़ापुर पुलिस ने स्कूल के दो शिक्षकों सोनू श्रीवास्तव और अकबर खान के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 के तहत इन दोनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. क्लास में होमवर्क पूरा करके नहीं आने पर इन टीचरों ने 12 जुलाई को कृष्णा की पिटाई की थी, जिससे वह रास्ते में घर जाते समय गिर पड़ा था और उसे उल्टियां भी हुई थीं.
परिजन ने लगाया ये आरोप: परिवार के लोगों का आरोप है कि कृष्णा को उसके टीचरों ने डंडे से मारा और आधा घंटे तक मुर्गा बनाए रखा. जबकि वह 8 महीने पहले हुई मारपीट से सदमे में था. हाल ही में वह उससे उबरा था, लेकिन फोर्ट व्यू स्कूल के शिक्षकों ने उसकी मानसिक स्थिति का आंकलन नहीं करते हुए कृष्णा के साथ बेरहमी की. जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ी और कृष्णा की मौत हो गई. इस घटना को लेकर रविवार को स्कूल में खासा हंगामा हुआ था.
पुलिस पर बनाया दबाव: परिजनों ने देर शाम आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के साथ शब्द प्रताप आश्रम पर चक्का जाम कर दोषी शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी. सीएसपी संदीप मालवीय का कहना है कि "दोनों शिक्षकों से सोमवार शाम तक पूछताछ की जाएगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के तथ्यों का भी अध्ययन किया जाएगा. छात्र कृष्णा चौहान की उम्र महज 12 साल थी. उसके साथ मानवीयता नहीं बरती गई, इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है."
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तथ्यों के आधार पर जांच में जुटी पुलिस: ग्वालियर पुलिस ने फिलहाल किसी भी शिक्षक को गिरफ्तार नहीं किया है. मृतक छात्र के परिजनों का कहना है कि "उन्होंने पहले ही कृष्णा की हालत के बारे में स्कूल के प्रबंधन को बताया था और कहा था कि उसके साथ पिटाई नहीं की जाए. क्योंकि 8 महीने पहले कृष्णा के साथ मारपीट की गई थी जिससे वह 4 महीने तक सदमे में रहा था". पुलिस सभी तथ्यों का पता लगाने की कोशिश में जुट गई है.