ग्वालियर। शहर के झांसी रोड थाने पर कुछ लोगों ने जमकर हंगामा किया. हंगामा करने वालों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. मामला बढ़ता देख स्थानीय कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार भी मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद स्थिति को संभाला गया. दरअसल, क्षेत्र के नाका चंद्रबदनी इलाके में रहने वाली एक नाबालिग दलित लड़की गायब हो गई थी. हालांकि झांसी रोड थाना पुलिस ने कुछ दिन बाद ही उसे ढूंढ लिया, लेकिन परिजन का आरोप है कि न तो नाबालिग का पुलिस ने मेडिकल कराया, न ही उसके सही तरीके से बयान लिए. परिजन का कहना है कि पुलिस ने मन मुताबिक, नाबालिग के बयान लिखवाए हैं.
परिजन के पुलिस पर गंभीर आरोप
जानकारी के मुताबिक, 5 दिन पहले ही आशीष शर्मा नामक युवक नाबालिग को अगवा कर ले गया था. जिसके बाद लड़की को उसके कथित प्रेमी आशीष शर्मा के साथ कानपुर से बरामद किया गया. नाबालिग के मजिस्ट्रेट और बाल कल्याण समिति के सामने बयान भी दर्ज कराए गए थे. वहीं उसके परिजन का आरोप है कि लड़की के कहने के बावजूद पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल नहीं कराया.
मामले में पुलिस का तर्क
दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि लड़की ने अपने साथ दुष्कर्म की शिकायत नहीं की थी. शुक्रवार रात को उसके पिता ने थाने पर आकर FIR में बलात्कार की धारा बढ़ाने की मांग की. जिसको लेकर पुलिस और लड़की के परिजनों में विवाद हो गया.
पुलिस पर आरोपी से सांठगांठ करने के आरोप
परिजनों ने थाना प्रभारी और थाने में मौजूद एक महिला सब इंस्पेक्टर पर गाली-गलौज और जातिगत अपमान करने का आरोप लगाया है. शनिवार को लड़की के परिजनों और स्थानीय लोगों ने थाने पर हंगामा करते हुए धरना भी शुरू कर दिया. इस बीच कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार भी वहां पहुंच गए, उन्होंने पुलिस से मामले में पुलिस से मेडिकल कराने की मांग की है. पुलिस का कहना है कि यदि मेडिकल में बलात्कार की पुष्टि होती है, तो आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला भी दर्ज किया जाएगा. परिजनों ने आरोपी और पुलिस में सांठगांठ का आरोप लगाया है.