ग्वालियर। वायु सेना के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस पर इन दिनों नीलगाय की चहलकदमी लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान परेशानी का सबब बन गई है. एक सैकड़ा से ज्यादा नीलगाय महाराजपुरा के आसपास हैं. इसलिए हमेशा दुर्घटना का आशंका बनी रहती है. महाराजपुरा एयरबेस के आसपास पहाड़ी इलाका है. जंगल से लगा क्षेत्र होने के कारण यहां नीलगाय अक्सर आती रहती हैं. ये नीलगाय कभी कभार ये एयरफोर्स की बाउंड्री को पार करके भी भीतर तक आ जाती हैं. डीएफओ अंकित पांडे ने बताया कि समस्या के निराकरण के लिए वन विभाग की कोशिशें जारी हैं.
शिफ्ट करने का प्लान तैयार : दुर्घटना की आशंका के कारण अब इन्हें शिफ्ट करने के लिए वन विभाग ने प्लान तैयार किया है. इसके तहत उन्हें भविष्य में कूनो अभ्यारण्य में भी छोड़ा जा सकता है. वन विभाग इसके लिए ड्राफ्ट तैयार कर रहा है. इसके लिए चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से अनुमति लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी. वन विभाग इसके लिए बोमा तकनीक से नीलगाय पकड़ने का प्लान बना रहा है. इसमें एक्सपर्ट और वन विभाग के अधिकारी मिलकर काम करेंगे.
ये खबरें भी पढ़ें... |
योजन का ड्राफ्ट तैयार : नीलगायों की समस्या को लेकर वन विभाग, एयरफोर्स और जिला प्रशासन के अधिकारी पूर्व में कई बैठकें कर चुके हैं. इसी दौरान एक प्रस्ताव तैयार किया गया था. इसमें नीलगाय को मारने का सुझाव भी शामिल था. बैठक के बाद अब वन विभाग की ओर से यह प्रस्ताव राज्य शासन की ओर भेजा गया है लेकिन अनुमति अभी तक नहीं मिली. हाल ही में एयरफोर्स के अधिकारियों के साथ वन विभाग की फिर बैठक हुई. इसमें जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हुए. इसके बाद नीलगायों के कारण आने वाली समस्या को लेकर एक ड्राफ्ट तैयार किया गया.