ग्वालियर। पंडोखर सरकार के नाम से प्रसिद्ध दतिया के गुरुशरण शर्मा सेन समाज पर टिप्पणी करके एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं. उनके खिलाफ समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई है कि यदि 7 दिन के भीतर पंडोखर सरकार यानी गुरुशरण शर्मा माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने सेन समाज के लोगों को आश्वस्त किया है कि मामले की जांच कराई जाएगी. यदि पंडोखर सरकार के खिलाफ की गई शिकायत में तथ्य सही साबित होते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल जांच के लिए पुलिस अफसरों ने 10 दिन का समय सेन समाज को दिया है.
पंडोखर सरकार के विवादित बयान पर सेन समाज में भारी गुस्सा: सेन नाई समाज के लोगों का कहना है कि "यदि 10 दिन के भीतर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे और हर स्तर पर पंडोखर सरकार यानी गुरुशरण शर्मा के खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे. दतिया के पंडोखर सरकार गुरुशरण शर्मा के द्वारा उत्तर प्रदेश के औरैया में दिये गए विवादित बयान से ग्वालियर के सेन समाज में भारी आक्रोश है."
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सेन समाज पर की थी टिप्पणी: दरअसल, 12 अगस्त से लेकर 14 अगस्त के बीच जानकी वाटिका चौराहे के पास यूपी के औरैया जिले में पंडोखर सरकार का दरबार चल रहा था. इस दौरान उन्होंने रोहित सविता को मंच पर बुलाया और जाति सूचक शब्द कहे और थप्पड़ मारते हुए मंच पर मुर्गा बना दिया. पंडोखर सरकार के द्वारा किए गए इस कृत से संपूर्ण सेन समाज अपने को अपमानित समझ रहा है.