ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गुर्जर महाकुंभ के दौरान ज्ञापन देने पहुंचे गुर्जर समुदाय के लोगों द्वारा उत्पाद मचाए जाने के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने शहर की पांच अलग-अलग थानों में मामला दर्ज किया है. इसमें एक सांसद, विधायक सहित 20 नामजद लोग शामिल है. इसके अलावा 700 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उत्पाद मचाने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, मौके से 100 से अधिक गाड़ियों को भी बरामद किया है. पुलिस ने आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीम गठित कर दी है. ये टीम आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में जुटी हुई है.
महाकुंभ हिंसा में बदल में गया था: बता दें, सोमवार को ग्वालियर के फूल बाग मैदान पर गुर्जर समाज के द्वारा महाकुंभ का आयोजन किया गया. इसमें मध्य प्रदेश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में समाज के नेता और लोग शामिल हुए. इसमें बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश का एक सांसद और विधायक भी शामिल हुआ था. महाकुंभ के बाद जब हजारों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने के लिए पहुंचे, तो उस दौरान उन्होंने जमकर उत्पाद मचाया. जब इनको पुलिस ने रोकने की कोशिश की, तो यह उन पर ही हावी हो गए और उसके बाद उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी.
इसमें एसपी कलेक्टर सहित आधा सैकड़ा से अधिक अधिकारियों की गाड़ियों को चकनाचूर कर दिया. इसके साथ ही दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए. उसके बाद सभी उपद्रवी भी मौके से भागकर नेशनल हाईवे पर पहुंचे, जहां उन्होंने चक्का जाम किया. बड़ी मशक्कत के बाद रात में लगभग 11:00 बजे तक यह उपद्रव करते रहे. उसके बाद मामला शांत हुआ.
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पुलिस का बड़ा एक्शन: घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में शहर की अलग-अलग पांच थानों में मामले दर्ज किए हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा ने बताया है- "मामले में दो एफआईआर पड़ाव थाना, दो एफआईआर विश्वविद्यालय थाना और एक एफआईआर बिलुआ थाने में उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उत्तर प्रदेश का एक सांसद और विधायक सहित 20 लोगों के खिलाफ नाम मामला दर्ज किया गया है. 700 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है. इस मामले में अभी तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है और सबसे अधिक उपद्रवियों की दोपहिया वाहनों को भी गिरफ्तार किया है."
उन्होंने बताया, "महाकुंभ के दौरान मंच पर मौजूद थे, उन्होंने पुलिस को आश्वासन दिया था, किसी तरह का कोई माहौल नहीं बिगड़ेगा, लेकिन इसके बाबजूद माहौल बिगाड़ा गया. उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है."
बता दें, सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर गुर्जर समाज के लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया. इस हंगामे में उपद्रवियो ने लगभग 200 से अधिक पुलिस प्रशासन की गाड़ियों को तोड़ा. इस घटना में 15 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए.