ग्वालियर। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को ग्वालियर के केंद्रीय कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 29 कैदियों को रिहा किया जाएगा. रिहा किए जाने वाले अधिकांश ऐसे कैदी हैं, जिन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. इन कैदियों ने जेल में 14 से 18 साल तक का समय गुजार लिया है. स्वाधीनता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व के मौके पर अच्छे चाल-चलन की वजह से इन्हें रिहा किया जा रहा है.
29 कैदियों की होगी रिहाई
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हत्या के विभिन्न मामलों में आजीवन सजा काट रहे 29 कैदियों की रिहाई की जाएगी. कैदियों की रिहाई को लेकर जेल मुख्यालय ने प्रबंधन से रिहा किए जाने वाले कैदियों का ब्यौरा मांगा था. जेल प्रशासन ने पैसे लेकर अपना प्रपोजल पिछले दिनों ही भेजा था, जिसको लेकर प्रदेश के गृह मंत्रालय से ग्वालियर केंद्रीय कारागार को आदेश जारी हो चुके हैं. रिहा होने वाले सभी कैदी हत्या के मामले में जेल में बंद थे. ज्यादातर बंदियों को 15 साल अथवा उससे ज्यादा का समय हो चुका है.
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सेंट्रल जेल में बंद हजारों कैदी
ग्वालियर सेंट्रल जेल में तीन हजार से ज्यादा बंदी हैं. इनमें सजायाफ्ता कैदियों की संख्या काफी ज्यादा है. सभी हत्या के विभिन्न मामलों में अदालत से दोषी ठहराए गए हैं, इन कैदियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी. इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के विभिन्न जिलों के अधिकांश कैदी हैं. गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर साल में दो बार इन कैदियों के अच्छे चाल-चलन को देखते हुए रिहा किया जाता रहा है.