ग्वालियर। वेतन न मिलने की वजह से ग्वालियर नगर निगम के आउटसोर्स कंपनी ईको ग्रीन के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए. शहर के अलग-अलग हिस्सों की सड़कों पर सोमवार की सुबह कचरा फेंकने का मामला सामने आया. ये भी देखने को मिला कि हड़ताली कर्मचारियों ने निगम की डिपो से निकलने वाले वाहनों को भी रोकने की कोशिश की. इस मामले में नगर निगम ने चार कर्मचारियों के खिलाफ पड़ाव थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है.
कर्मचारियों का आरोप
कर्मचारियों ने थाटीपुर, मुरार, कालपी ब्रिज रोड, गोले का मंदिर, उप नगर हजीरा सहित कई इलाकों में सड़कों पर कचरा डाला था. हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है.
'जल्द जमा करा दिया जाएगा वेतन'
नगर निगम उपायुक्त नरोत्तम भार्गव का कहना है कि हड़ताल में शामिल कर्मचारियों के खाते में 20 अक्टूबर से नवंबर 2020 तक का वेतन डाल दिया गया है. तकनीकी समस्याओं के चलते दिसंबर के वेतन में देरी हुई है, उसे भी जल्द खातों में डाल दिया जाएगा. लेकिन जो हरकत की गई है, उससे शहर की स्वच्छता पर बुरा असर पड़ा है.
सीएम ने नगर निगम कमिश्नर को हटाने के निर्देश
स्वच्छता अभियान में लापरवाही ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर को भारी पड़ गई है. कलेक्टर-कमिश्नर कान्फ्रेंस में स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा के दौरान सीएम शिवराज ने ग्वालियर निगम कर्मियों द्वारा कचरा फेंकने पर नाराजगी जताई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. सीएम ने बैठक में कमिश्नर को हटाने के निर्देश दिए हैं.
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