ग्वालियर। लंबे समय तक चले असमंजस के बाद पिछले हफ्ते ही राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि ग्वालियर व्यापार मेला लगाया जाएगा. यह भी घोषित हुआ कि इसका उद्घाटन निर्धारित तिथि 25 दिसंबर को ही होगा. हालांकि इस बार मेले में परम्परागत रौनक आने की उम्मीद कम है, क्योंकि इसके लिए तैयारियां और राष्ट्र व्यापी प्रचार- प्रसार नहीं हो पाया है. मेले की तैयारी अमूमन छह माह पहले शुरू हो जाती है, क्योंकि मेला प्राधिकरण के अफसरों को देशभर के मेलों में संपर्क साधकर आमंत्रण देना होता है.
ऑटोमोबाइल डीलर्स की मांग : मेले के लिए कवि, शायर, पहलवान और कलाकारों की बुकिंग करना होती है. लेकिन इस बार समय ही नहीं मिला, सो जो खाली होंगे उन्हें बुलाकर काम चलाना पड़ेगा. ऐसे में मेले को सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्ति की उम्मीद वाहनों की बिक्री से है लेकिन ऑटोमोबाइल डीलर्स मेले में बिकने वाले वाहनों पर आरटीओ फीस माफ करने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने साफ ऐलान कर दिया है कि अगर उनकी मांग न मानी गई तो वे मेले में अपने शोरूम नहीं खोलेंगे. प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत शुक्रवार रात अल्प प्रवास पर ग्वालियर में थे. इसकी सूचना जब शहर के ऑटोमोबाइल डीलर्स को मिली तो वे समय लेकर उनसे मिलने पहुंचे.
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सिंधिया करेंगे उद्घाटन मौके पर घोषणा : ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिकांत समाधियां के नेतृत्व में प्रमुख ऑटोमोबाइल डीलर मुकेश अग्रवाल,श्याम गुप्ता, भरत नागपाल, उमेश गुप्ता जैसे बड़े डीलर भी थे. इस मुलाकात में सिंधिया समर्थक बीजेपी नेता आशीष प्रताप सिंह राठौड़ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस मौके पर डीलर्स ने आरटीओ टैक्स माफ करने की मांग रखी. परिवहन मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया लगातार प्रयास कर रहे हैं, वह छूट तो मिलेगी ही. परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत सिंधिया खेमे के हैं और ग्वालियर से जुड़े मामले में घोषणा हो सकता है उद्घाटन के समय सिंधिया ही करें. परिवहन मंत्री ने बताया कि मंत्री सिंधिया रोजाना सुबह नौ बजे कॉल करके मुझसे इस मामले में प्रगति की जानकारी लेते हैं. मैंने फाइल को आगे बढ़ा दिया है. प्रक्रिया में थोड़ा समय लगता है. इसलिए छूट की घोषणा नहीं हुई है. सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार सैद्धांतिक रूप से इसका फैसला ले चुकी है.