ग्वालियर। ग्वालियर जिले की 6 विधानसभाओं में से सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग कर रही डबरा विधानसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि उनकी कट्टर समर्थक कहीं जाने वाली इमरती देवी को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है. इमरती देवी को उनके समधी सुरेश राजे ने लगभग 3000 से अधिक वोटों से हरा दिया.
तीसरी बार दोनों प्रत्याशी एक दूसरे के सामने: ग्वालियर की डबरा विधानसभा से सिंधिया समर्थक इमरती देवी ने भाजपा की ओर से चुनाव लड़ा था और जीत का दम भरा था. तो वहीं भाजपा के विरोध में कांग्रेस ने सुरेश राज को मैदान में उतारा था. यह तीसरा मौका था जब यह दोनों प्रत्याशी प्रतिद्वंद्वी के रूप में एक दूसरे के सामने खड़े थे. लेकिन बड़ी बात यह है कि जिस प्रकार दोनों पार्टियों ने प्रत्याशियों को रिपीट किया था उसी तरह से जनमत ने भी अपने परिणामों को ही रिपीट कर दिया. इमरती देवी को कांग्रेस के सुरेश राजे ने 3368 मतों से हरा दिया.
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क्यों हारी समधिन इमरती देवी: डबरा विधानसभा सीट हमेशा से ही कांग्रेस की पक्षधर मानी गई है. जिसके रिजल्ट कांग्रेस के खाते में ही गए हैं. इमरती देवी जब कांग्रेस में थीं तो इसी सीट से विपक्ष में रहते हुए विधायक रहीं थीं. 2018 में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान भी वह इसी सीट से विधायक बनीं थीं. उन्हें मंत्री पद भी दिया गया था लेकिन 2020 में वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गई थीं. इसके बाद उन्होंने जब उपचुनाव लड़ा तब भाजपा में रहते हुए चुनाव हार गई थीं.
वहीं इसके उलट सुरेश राजे भाजपा से कांग्रेस में पहुंचे थे और 2020 में इमरती देवी के खिलाफ चुनाव लड़े थे और चुनाव जीते भी थे. वही स्थिति 2023 में भी देखने को मिली. बता दें कि सुरेश राजे और इमरती देवी का रिश्ता समधी और समधिन का है.