ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय नकल के लिए हमेशा से बदनाम है और यह नकल आज भी थमने का नाम नहीं ले रही है. जीवाजी विश्वविद्यालय से संबंध कॉलेजों में बुधवार से वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है और पहले दिन ही परीक्षाओं में लगभग 2 दर्जन से अधिक नकलची छात्र पकड़े गए हैं. जीवाजी विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में नकल को देखते हुए खुद कुलपति फ्लाइंग स्कॉट टीम के साथ निकले हुए हैं.
नकल को लेकर बदनाम जीवाजी विश्वविद्यालय: बता दें कि बुधवार से जीवाजी विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. जिसमें जीवाजी विश्वविद्यालय के परिसर और संबंध कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए सहित अन्य विषयों की परीक्षाएं शुरू हुई हैं. हमेशा से इन परीक्षाओं में नकल को लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय काफी बदनाम होता जा रहा है. इसी को लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति खुद फ्लाइंग स्कॉट के साथ ग्वालियर चंबल संभाग के कॉलेजों में निरीक्षण करने के लिए निकले हैं.
हाथ पर लिखकर लाया था छात्र: ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय परीक्षा भवन में परीक्षा चल रही हैं और आज पहले दिन परिसर में नकल करते हुए दो छात्रों को पकड़ा है, जिसमें एक छात्रा और एक छात्र शामिल है. खास बात यह है कि छात्र अपने हाथ पर नकल लिखकर लाया था. पकड़े जाने के बाद केस बनाने के लिए नकल के साथ हाथ का फोटो खींचा गया है और उसके बाद पंचनामा बनाया गया है. साथ ही जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति अविनाश तिवारी, फ्लाइंग स्कॉट टीम के साथ ग्वालियर, मुरैना, भिंड जिले की कॉलेजों का निरीक्षण करने के लिए निकल गए और इस दौरान उन्होंने दर्जनों भर कॉलेजों में नकल करती हुई छात्रों को पकड़ा है.
परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण: बताया जा रहा है कि ग्वालियर से गए फ्लाइंग स्कॉट ने संभाग भर के परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण किया तो इसमें मुरैना की पीएसयू कॉलेज में 8 छात्र नकल करते हुए पकड़े गये. वहीं, दतिया जिले की इंदरगढ़ परीक्षा केंद्र पर एक दर्जन नकलची छात्र को फ्लाइंग स्कॉट की टीम ने पकड़ा. इसके अलावा भिंड में पीस कॉलेज में 2 छात्र और देवपुरिया कॉलेज में एक छात्र को नकल करते हुए पकड़ा है. यह परीक्षाएं आज बुधवार से दो पारियों में शुरू हुई हैं. पहली पाली सुबह 10:00 बजे से 2:00 बजे तक रही और दूसरी पाली 3:00 बजे से 6:00 बजे तक रहेगी. इसलिए संभावना जताई जा रही है कि दूसरी पारी में भी भी दर्जन भर नकलची छात्र पकड़ सकते हैं.
नकल रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं: गौरतलब है कि जीवाजी विश्वविद्यालय से संबंधित ग्वालियर चंबल अंचल में सैकड़ों कॉलेज हैं और परीक्षा के दौरान इन कॉलेजों में जमकर नकल चलती है. नकल के लिए यह कॉलेज हमेशा से बदनाम रहे हैं. जिसमें मुरैना में सैकड़ों कॉलेज है और इन कॉलेजों में बिना रोक-टोक के नकल माफिया नकल कराते हैं और इसके बदले मोटी फीस लेते हैं. वही यही हालात भिंड, दतिया सहित अन्य जिलों की भी है. जहां पर इन कॉलेजों में होने वाली परीक्षाओं में बिना रोक-टोक की नकल कराई जाती है. लेकिन जीवाजी विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते अभी तक इन कॉलेजों में नकल रोकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.