ग्वालियर: प्रतिबंध के बावजूद अवैध रेत का उत्खनन और भंडारण जारी है. इसका जीता जागता उदाहरण रविवार दोपहर को उस समय देखने को मिला जब जनकगंज थाना क्षेत्र के आगरा-मुंबई राजमार्ग पर जनकपुरी इलाके के एक बड़े से प्लॉट पर रेत का अवैध भंडारण पकड़ा गया. यहां पर 14 ट्रैक्टर ट्रॉली रेट की भरी हुई भी खड़ी थी. इन सब को जिला प्रशासन की टीम ने जब्त कर लिया है. मौके पर कोई भी व्यक्ति इस कार्रवाई का विरोध करने या रेत पर अपना हक जताने सामने नहीं आया. इस कारण इस रेत को वाहनों के साथ ही डीआरपी लाइन भेजा गया है.
अवैध रेत बरामद, सकते में प्रशासन: फिलहाल यह पता नहीं चला है कि यह रेत चंबल नदी का है अथवा सिंध नदी का है. पुलिस राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त टीमें मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंची थीं. जहां अधिकारियों ने इन ट्रैक्टर-ट्रालियों को रेत के साथ बरामद किया है. शहर के एक हिस्से में रेत का इतना बड़ा जखीरा मिलने से प्रशासन भी सकते में है. बरामद रेत और ट्रैक्टर ट्रॉलियों की कीमत लाखों रुपए आंकी गई है. प्रशासन के कुछ लोगों को रेत के अवैध भंडारण और रेत माफिया की कारगुजारियों की शिकायतें मिली थीं. इसके आधार पर पहले जनकपुरी और अयोध्यापुरी इलाके में रेत के अवैध भंडारण को मुखबिर द्वारा दिखवाया गया. जब मुखबिर ने वहां रेत के अवैध भंडारण की पुष्टि कर दी. तब प्रशासन ने रविवार दोपहर को यहां कार्रवाई की.
प्लाट मालिक के खिलाफ होगी कार्रवाई: वहीं, इस मामले में राजस्व विभाग का कहना है कि "अवैध रेत भंडारण की सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई है. इसके पीछे कौन लोग हैं उनके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है. वही सीएसपी सियाज केएम ने कहा है कि "बरामद रेत के बारे में जनकगंज थाने में एफआईआर दर्ज की जा रही है. फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन इसमें प्लाट मालिक के ऊपर भी एफआईआर की जाएगी."