ग्वालियर। गौरव दिवस (Gwalior Gaurav Diwas) के मौके पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (atal bihari vajpayee ) को श्रद्धा पूर्वक याद किया गया. (atal gaurav diwas) उनके सम्मान में मुख्य कार्यक्रम महाराज बाड़े पर आयोजित किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं नरेंद्र तोमर सहित सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और प्रदेश सरकार में मंत्री गण विधायक एवं विभिन्न निगम अध्यक्ष भी विशेष रूप से मौजूद थे.
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“ग्वालियर गौरव दिवस” में मध्य प्रदेश व देश के गौरव, श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन आदर्शों पर जनसमूह को सम्बोधित किया।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) December 25, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस अवसर पर सर्वश्री @ChouhanShivraj जी, @nstomar जी, @vdsharmabjp जी, @PradhumanGwl जी और @tulsi_silawat जी सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की भी उपस्थिति रही। pic.twitter.com/qtng6ehXXU
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इस अवसर पर सर्वश्री @ChouhanShivraj जी, @nstomar जी, @vdsharmabjp जी, @PradhumanGwl जी और @tulsi_silawat जी सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की भी उपस्थिति रही। pic.twitter.com/qtng6ehXXU“ग्वालियर गौरव दिवस” में मध्य प्रदेश व देश के गौरव, श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन आदर्शों पर जनसमूह को सम्बोधित किया।
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हिंदी के प्रति अटल प्रेम: इस मौके पर अटल जी को याद करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अटल जी मानवतावादी होने के साथ ही सादगी पसंद थे. वे ठेठ देसी अंदाज में रहना पसंद करते थे. उन्होंने अटल जी से जुड़े अपने दो संस्मरण भी इस मौके पर सुनाए. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में सबसे पहले हिंदी में भाषण देने वाले अटल जी थे. उन्होंने हिंदी के प्रति अपना प्रेम समय-समय पर प्रदर्शित किया था. उनके बताए रास्ते पर चल कर हम आगे बढ़ सकते हैं.
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'ग्वालियर गौरव दिवस' कार्यक्रम। #Gwalior https://t.co/51caUpEKQq
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सिंधिया परिवार से निकट का संबंध: उन्होंने कहा कि अटल जी ने देश प्रदेश के साथ ही दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया. केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अटल जी से अपने दादा स्वर्गीय जीवाजी राव सिंधिया राजमाता विजयाराजे सिंधिया और अपने पिता सहित पूरे परिवार से निकट का संबंध बताया. उन्होंने कहा कि अटल जी विपक्ष में होते हुए भी उन्हें बेहद स्नेह करते थे. उन्होंने अटल जी की कविता की कुछ पंक्तियां भी इस मौके पर प्रस्तुत कीं. जिसमें जीवन के पथ पर निरंतर आगे चलते रहना और विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानना. उन्होंने कहा कि यह हमने अटल जी से सीखा है अटल जी ने राजनीति को सत्ता का नहीं सेवा का भाव बताया. जिसका अनुसरण करना आज हम सबकी प्राथमिकता है.
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LIVE: ग्वालियर के महाराज बाड़ा पर “ग्वालियर गौरव दिवस” कार्यक्रम में मध्य प्रदेश और देश के गौरव, अटल बिहारी वाजपेयी जी की जीवनशैली और मूल्यों के विषय पर सम्बोधित करते श्री @JM_Scindia https://t.co/McPbAH2COQ
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4,050 हेक्टेयर जमीन आवंटित: मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली ग्वालियर में उनका स्मारक बनाने के लिए 4,050 हेक्टेयर जमीन आवंटित की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. ग्वालियर के संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि जिला कलेक्टर द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार, सिरोल क्षेत्र में वाजपेयी के स्मारक के निर्माण के लिए लगभग 4,050 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई थी. वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर में हुआ था. उन्होंने 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में केंद्र में भाजपा का नेतृत्व किया और छह साल तक भारत के प्रधानमंत्री बने रहे.
पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को किया याद: अधिकारी ने कहा कि भूमि आवंटन के प्रस्ताव को संभाग स्तरीय नजूल समिति ने नगर निगम और नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग की सहमति से मंजूरी दी थी. पिछले साल 16 अगस्त को वाजपेयी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री के लिए एक भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की थी. इस बीच चौहान वाजपेयी की 98वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने भोपाल के शौर्य स्मारक चौक पहुंचे.उन्होंने वहां एक सभा को भी संबोधित किया और राष्ट्र निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को याद किया.
अटल जयंती पर विशेष: यहां करते थे वाजपेयी जी मित्रों के साथ पहलवानी, पढ़िए पूरी कहानी
अटल स्मारक और न्यास: अटल स्मारक में अटल की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. यह प्रतिमा विशेषज्ञ मूर्तिकार के माध्यम से तैयार कराने का प्रस्ताव है. प्रतिमा स्वरूप और आकार फाइनल किया जा रहा है. अटल स्मारक में भव्य पार्क बनेगा, इसमें फुलवारी और चुनिंदा किस्म के पौधों को लगाया जाएगा. पार्क का आकार अत्याधुनिक डिजाइन के आधार पर रहेगा. अटलजी के जीवन से जुड़ा साहित्य और उनसे जुड़ी किताबें, दैनिक समाचार पत्र सहित सभी तरह के दस्तावेज यहां सहेजे जाएंगे. प्रस्तावित गैलरी में अटलजी के बाल अवस्था से लेकर उनके युवा अवस्था, परिवार और राजनीतिक यात्रा से जुड़ी तस्वीरों को सजाया जाएगा.