ग्वालियर। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में एक के बाद एक नई मुद्दे सामने आ रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस चुनाव को धर्म युद्ध बताया है. कहा है कि कौरव और पांडवों के बीच युद्ध है. सीएम शिवराज सिंह के बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ''सीएम शिवराज सिंह चौहान आपके 18 साल के कार्यकाल में आपकी कोई उपलब्धि बता दो. चुनाव के चार महीने पहले आपको लाडली बहना योजना याद आ रही है. कांग्रेस आती है बिजली सस्ती हो जाती है. भाजपा आती है तो रेट बढ़ जाती है, कमीशन बढ़ जाता है. स्वयं आरएसएस के जो पुरानी कार्यकर्ता हैं वह आज दुखी है कि किस प्रकार से पूरे प्रदेश पर ठेकेदारों और दलालों ने कब्जा कर लिया है.''
वीडियो की फोरेंसिक जांच हो: वहीं, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के पैसे के लेनदेन को लेकर वीडियो वायरल हुआ उस पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ''हम चाहते हैं कि इस वीडियो की फोरेंसिक जांच हो, लेकिन इतना जरूर है जो मैंने देखा है उसमें कहीं हेर फेर नजर नहीं आ रहा है.'' ग्वालियर में बीजेपी के बड़े नेता के पार्टी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि ''महाराज की बात छोड़ दीजिए, क्योंकि वह किसी विचारधारा से नहीं जुड़े हैं. चिंता उन लोगों को है जो विचारधारा से जुड़े हैं.'' उन्होंने कहा कि ''लोकतंत्र खतरे में है.''
बीएसपी के दो अध्याय: सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''प्रधानमंत्री का परिवार उन तक सीमित है. जहां तक परिवारवाद की बात है भारतीय जनता पार्टी में अनेक उदाहरण है जिसमें तमाम बड़े नेताओं के बेटे पार्टी में शामिल हैं. वहीं, ग्वालियर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा बीएसपी की मदद करने को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ''बीएसपी के दो अध्याय हैं. एक अध्याय कांशीराम और दूसरा मायावती है. कांशीराम के अध्याय पर यह आरोप कभी नहीं लगा सकती, बाकी दूसरे पर में कुछ नहीं कह सकता.